महाराष्ट्र के कई जिलों में भारी बारिश हुई है। इससे खेती को काफी नुकसान हो रही है। किसान केंद्र और राज्य सरकार से राहत और मुआवजे की उम्मीद लगाए बैठ हैं। अपने बेबाक बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान किसानों को सरकार पर ज्यादा भरोसा नहीं करने सलाह दी है।
महाराष्ट्र: महाराष्ट्र (Maharashtra) के कई जिलों में भारी बारिश हुई है। इससे खेती को काफी नुकसान हो रही है। किसान केंद्र और राज्य सरकार से राहत और मुआवजे की उम्मीद लगाए बैठ हैं। अपने बेबाक बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने नागपुर (Nagpur) में एक कार्यक्रम के दौरान किसानों को सरकार पर ज्यादा भरोसा नहीं करने सलाह दी है।
उन्होंने किसानों का आह्वान किया कि वे कृषि उत्पादों की मार्केटिंग और उसके निर्यात के लिए अपनी खुद की कंपनियां बनाएं। गडकरी ने कहा कि सरकार वहां कदम रख सकती है, जहां किसान किसी समस्या का समाधान नहीं ढूंढ सकते हैं। वह अपने एग्रोविजन फाउंडेशन और सरकारी निकाय ‘कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण’ (Agrovision Foundation and government body ‘Agriculture and Processed Food Products Export Development Authority’) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक संपर्क कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि 50 से 100 किसानों को कृषक उपज कंपनी बनाने के लिए एक साथ आना चाहिए, ताकि वे अपने उत्पाद को खुले बाजार में बेच सकें। उन्होंने कहा कि ऐसे समूह अपना खुद का कोल्ड स्टोरेज भी बना सकते हैं।
‘किसान कृषि क्षेत्र में विकास करना चाहते हैं, तो उन्हें खुद पहल करनी चाहिए”
नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि सरकार पर ज्यादा भरोसा मत करो, मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मैं सरकार में हूं। उन्होंने किसानों को यह भी सलाह दी कि अगर किसान कृषि क्षेत्र में विकास करना चाहते हैं, तो उन्हें खुद पहल करनी चाहिए। गडकरी ने कहा कि मैंने एक किसान के रूप में अपनी उपज के लिए एक बाजार ढूंढा, आपको भी अपनी उपज के लिए एक बाजार खुद ही ढूंढना चाहिए। नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) गडकर ने नासिक के किसान विलास शिंदे का भी उदाहरण दिया, जिन्होंने बिना किसी सरकारी सब्सिडी या मदद के सैकड़ों करोड़ रुपये का कारोबार स्थापित किया।