दुनिया की कई बड़ी कंपनियां अपनेखर्चो में कटौती करने, घाटे को कम करने और अन्य कई कारणो से अपने कर्मचारियो की छटनी करने में लगी हुई है। फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा, ट्वीटर और अमेजन जैसी बड़ी कंपनियों के बाद अब गूगल भी अपने वर्क फोर्स को 6 प्रतिशत तक कम करने की तैयारी कर रही है।
दुनिया की कई बड़ी कंपनियां अपनेखर्चो में कटौती करने, घाटे को कम करने और अन्य कई कारणो से अपने कर्मचारियो की छटनी करने में लगी हुई है। फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा, ट्वीटर और अमेजन जैसी बड़ी कंपनियों के बाद अब गूगल भी अपने वर्क फोर्स को 6 प्रतिशत तक कम करने की तैयारी कर रही है। ऐसे में गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट कंपनी में अच्छा प्रदर्शन ना करने वाले लगभग 10 हजार कर्मचारियो की छटनी कर सकती है।
दुनिया की कई बड़ी कंपनियां अपने खर्चो में कटौती करने, घाटे को कम करने और अन्य कई कारणो से अपने कर्मचारियो की छटनी करने में लगी हुई है। फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा, ट्वीटर और अमेजन जैसी बड़ी कंपनियों के बाद अब गूगल भी अपने वर्क फोर्स को 6 प्रतिशत तक कम करने की तैयारी कर रही है। ऐसे में गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट कंपनी में अच्छा प्रदर्शन ना करने वाले लगभग 10 हजार कर्मचारियो की छटनी कर सकती है।
एक रिपोर्ट के अनुसार गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट नई रैकिंग परफॉर्मेंस इम्प्रूवमेंट प्लान की मदद से अपने कर्मचारियो के परफॉर्मेंस का मूल्याकंन कराने की तैयारी कर रही है। माना जा रहा है कि इस सिस्टम की मदद से वर्ष 2023 की शुरुआत से खराब प्रर्दशन करने वाले कर्मचारियो की छटनी करने में मदद मिलेगी। द इन्फार्मेशन की रिपोर्ट के अनुसार न्यू परफॉर्मेंस मैनेजमेंट सिस्टम की मदद से कर्मचारियो को रेटिंग देने, उसी के हिसाब से बोनस देने, स्टॉक ग्रांट की योजना बनाने में मदद मिलेगी। जिसके बाद अब गूगल भी 10 हजार से अधिक कर्मचारियो की छटनी कर सकता है। हालाकि अभी तक इस मामले में गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट की ओर से छटनी को लेकर कोई आधिकारिक पुष्ठि नही की गई है। इससे पहले ट्वीटर, मेटा आदि कंपनियो में कर्मचारियो की छटनी की गई थी और अमेजन कंपनी ने भी अपने 10 हजार कर्मचारियो की छटनी का काम शुरु कर दिया है।
रिपोर्ट- सचिन