उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में अब पुलिसकर्मी खाकी वर्दी नहीं बल्कि पूजारियों की तरह वेशभूषा में नजर आएंगी। पुलिस कमिश्नरेट ने यह फैसला लिया है।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में अब पुलिसकर्मी खाकी वर्दी नहीं बल्कि पूजारियों की तरह वेशभूषा में नजर आएंगी। पुलिस कमिश्नरेट ने यह फैसला लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ धक्का मुक्की और दुर्व्यवहार की शिकायतें आ रही थी। इसी का संज्ञान लेते हुए वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट मोहित अग्रवाल ने यह फैसला लिया है कि मंदिर की पुलिसिंग की अलग व्यवस्था होनी चाहिए। इसके लिए काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में खासतौर पर पुजारियों की वेश में पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।
कमिश्नर ने मीडिया को बताया कि श्रद्धालु आमतौर परपुजारी की बातों को आसानी से मान लेते हैं। उन्होंने बताया कि ऐसी जगहों पर पुलिसकर्मी पुजारियों की वेशभूषा में रहेंगे। उन्होंने बताया कि यहां तैनात पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं को गाइड भी करेंगे कि बाबा विश्ननाथ के दर्शन के लिए कहां पर ध्यान केन्द्रित करना है क्योंकि भीड़ के समय श्रद्धालु मंदिर की चकाचौंध में खो जाते है और उन्हें बाबा विश्वनाथके दर्शन नहीं हो पाते है।
पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया कि सभी पुलिसकर्मी पुजारी के वेश में रहेंगे। कुछ पुलिसकर्मी अपनी वर्दी में तैनात रहेंगे और महिला पुलिसकर्मी महिलाओं को दर्शन के बाद आगे बढ़ते रहने के लिए अपील करती रहेंगे।
मंदिर में जो पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे उन्हेमृदुभाषी होने के साथ साथ अन्य दूसरी भाषाओं का भी ज्ञान दिया जाएगा। ताकि दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को भी समझा सकें। इसके लिए प्रशासन की तरफ से हेल्प डेस्क की व्यवस्था मंदिर में की जा रही है।