एनटीपीसी और ग्रुप डी की परिक्षाओं में हुई गड़बड़ी को लेकर के छात्र देश भर में प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच रेलवे ने एनटीपीसी और ग्रुप डी श्रेणी 1 की परिक्षाओं को स्थगित करने का फैसला लिया है। इतना ही नहीं रेलने ने छात्रों की शिकायतों की जांच करने के लिए एक विषेश समिति बनाने का आदेश दिया है।
नई दिल्ली। एनटीपीसी और ग्रुप डी(Group D) की परिक्षाओं में हुई गड़बड़ी को लेकर के छात्र देश भर में प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच रेलवे ने एनटीपीसी और ग्रुप डी श्रेणी 1 की परिक्षाओं को स्थगित करने का फैसला लिया है। इतना ही नहीं रेलने ने छात्रों की शिकायतों की जांच करने के लिए एक विषेश समिति बनाने का आदेश दिया है। पिछले तीन दिनों से छात्र परीक्षा के रिजल्ट में गड़बड़ी को लेकर के प्रदर्शन कर रहे हैं। ये प्रदर्शन तब और भी चरम पर पहुंच गया जब रेलवे ने ग्रुप डी की परीक्षा को दो चरणों में कराने का एलान किया।
क्या हैं छात्रों की शिकायतें
आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा(NTPC Exam) के रिजल्ट निकालने के तरीके को लेकर भी अभ्यर्थियों में काफी आक्रोश है। इनकी मांग है कि 7 लाख रोल नंबर की बजाय 7 लाख अभ्यर्थियों को पास किया जाए। यानी 20 गुना यूनिक रोल नंबर के साथ रिजल्ट जारी किया जाए। 14 जनवरी को रेलवे भर्ती बोर्ड ने नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) के 35000 पदों पर भर्ती के लिए हुई परीक्षा (सीबीटी-1) का रिजल्ट जारी किया था। इसमें 7,05,446 अभ्यर्थियों को सीबीटी-2 के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि पहले एक पद के लिए 10 प्रत्याशी, अब 10 पद के लिए एक प्रत्याशी है। कुछ उम्मीदवारों को एक से अधिक लेवल पर सफल क्यों घोषित किया गया।
ग्रुप डी की परीक्षा दो चरणों में कराने के फैसले का विरोध
रेलवे भर्ती बोर्ड(Railway Bharti Board) ने सोमवार को नोटिस जारी कर ऐलान किया कि ग्रुप डी भर्ती परीक्षा में सीबीटी-2 की भी परीक्षा होगी। सीबीटी-1 में पास होने वाले अभ्यर्थियों को सीबीटी-2 देना होगा। सीबीटी-2 के बाद पीईटी व मेडिकल होगा। जबकि अभी तक अभ्यर्थी यह समझ रहे थे कि सीबीटी-1 में पास होने के बाद उन्हें पीईटी देना होगा। लेकिन दो चरणों में पेपर कराये जाने को लेकर किये गये फैसले पर छात्र पूरी तरह से भड़क गये।
पिछले तीन दिनों से छात्र कर रहे हैं प्रदर्शन
इससे पहले बिहार और यूपी (Bihar And UP)में दोनों भर्ती परीक्षाओं के अभ्यर्थियों ने जमकर बवाल किया। स्टेशनों पर हंगामा और तोड़फोड़ की। सड़कें जाम कीं। ट्रेन में भी आग लगा दी गई। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी अभ्यर्थियों ने एनटीपीसी रिजल्ट और ग्रुप डी भर्ती में सीबीटी-2 लेने के फैसले के खिलाफ आंदोलन चला रखा है। रेल मंत्री और पीएम मोदी को टैग करके लगातार ट्विटर पर हैश टैग #no_cbt_2_in_group_d , #GroupD , #RRBNTPC_REVISE_RESULTDO , #RRBNTPC के साथ ट्वीट किए जा रहे हैं।