सर्दियों में खाने के लिए अनेकों तरह की चीजे उपलब्ध रहती। कई प्रकार की हरी सब्जियों के साथ कई तरह की दालें ठंड के मौसम का जायका बढ़ा देती है।
Pahadi Dal : सर्दियों में खाने के लिए अनेकों तरह की चीजे उपलब्ध रहती। कई प्रकार की हरी सब्जियों के साथ कई तरह की दालें ठंड के मौसम का जायका बढ़ा देती है। पहाड़ों बहुत अधिक ठंड पड़ती है। वहां के लोग कई तरह की दालों को अपने व्यंजन श्रृंखला में रखते है।इन दालों की तासीर गर्म होती है और यह पोषक तत्वों से भी भरपूर होती है। इन दालों को सेहत के लिए बहुत लाभकारी (bhat ki dal in hindi) माना जाता है। अगर इसे लोहे की कढ़ाई में बनाया जाए तो इसके फायदे और बढ़ जाते हैं। आप भी इसका सेवन जरूर करें और इसके फायदों का आनंद उठाएं।
ये दालें
गहथ, तोर, उड़द, काले भट, रयांस, छीमी, लोबिया के अलावा चकराता, जोशीमठ, हर्षिल और मुनस्यारी की राजमा खूब पसंद की जा रही है।
गहत की दाल
सर्दियों के मौसम में लगभग उत्तराखंड के हर परिवार में गहत की दाल बनाई जाती है। गहत की दाल में प्रोटीन, मिनरल्स, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, फास्फोरस आदि अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं।
भट की चुरकानी
पहाड़ी भट्ट की दाल में प्रोटीन, विटामिन, खनिज, विटामिन बी, कैल्शियम और विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो शरीर के लिए फायदेमंद है।
अरहर की दाल
अरहर की तासीर गर्म होती है। इस दाल में प्रोटीन अच्छी मात्रा में पाया जाता है और
इसमें पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट, सोडियम, फाइबर मैग्नीशियम आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं जो सर्दियों में हमारी सेहत के लिए फायदेमंद है।