पाकिस्तान (Pakistan) के पेशावर में सोमवार को संघीय पुलिस दल (कॉन्स्टेबुलरी) के मुख्यालय पर हमला हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्यालय के पास कई धमाकों की आवाज सुनी गई, जिसके बाद इलाके को खाली करा लिया गया है। पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, इस हमले में शामिल आत्मघाती हमलावरों (Suicide Bombers) को मार गिराया गया है।
नई दिल्ली। पाकिस्तान (Pakistan) के पेशावर में सोमवार को संघीय पुलिस दल (कॉन्स्टेबुलरी) के मुख्यालय पर हमला हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्यालय के पास कई धमाकों की आवाज सुनी गई, जिसके बाद इलाके को खाली करा लिया गया है। पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, इस हमले में शामिल आत्मघाती हमलावरों (Suicide Bombers) को मार गिराया गया है। इस घटना में पुलिस दल के तीन जवानों की मौत हुई है। इसके अलावा दो घायल हुए हैं।
पाकिस्तान की द डॉन वेबसाइट (The Dawn website) के मुताबिक, हमला सुबह करीब 8 बजे सद्दार-कोहत सड़क पर हुआ। पहले एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को मुख्यालय के गेट पर ही उड़ा लिया। इसके बाद कुछ फायरिंग की आवाजें भी सुनी गईं। इस दौरान एक और हमलावर मुख्यालय में घुसने की कोशिश करने लगा। हालांकि, उसे सुरक्षाबलों ने मार गिराया। इसके बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया और राहत-बचाव अभियान शुरू किया।
इस बीच पेशावर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल लेडी रीडिंग हॉस्पिटल (Lady Reading Hospital) में आपातकाल घोषित (Emergency Declared) कर दिया गया। अस्पताल के प्रवक्ता ने कहा कि छह घायलों को को लाया गया है, जिनकी हालत स्थिर है। बताया गया है कि जिस संघीय पुलिस दल (Federal Police Force) पर हमला हुआ है, उसे नागरिक अर्धसैनिक बल है, जिसे पहले फ्रंटियर कॉन्स्टेबुलरी (Frontier Constabulary) कहा जाता था। इसी साल जुलाई में शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) की सरकार ने इसका नाम फेडरल कॉन्स्टेबुलरी (Federal Constabulary) रखा था। पेशावर में जिस जगह पर इसका मुख्यालय है, वह जगह काफी भीड़भाड़ वाले इलाके में है। साथ ही सैन्य छावनी भी यहां से काफी नजदीक है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में बीते कुछ वर्षों में आतंकी हमलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांत में। इन हमलों में बढ़ोतरी की मुख्य वजह आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के साथ पाकिस्तान सरकार का शांति समझौता टूटना रहा है।