जम्मू (Jammu) के अरनिया सेक्टर (Arnia Sector) में अंतरराष्ट्रीय सीमा (International Border) पर मंगलवार को पाकिस्तानी रेंजर्स (Pakistani Rangers) ने फायरिंग की है। बीएसएफ के जवानों (BSF Jawans) पर फायरिंग का मुंहतोड़ जबाव दिया है। यह फायरिंग तब की गई जब भारतीय जवान (Indian Jawans) बाढ़ लगाने का काम कर रहे थे। बीएसएफ (BSF) ने भी पाकिस्तानी सेना को इसका जवाब दिया है। हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
नई दिल्ली। जम्मू (Jammu) के अरनिया सेक्टर (Arnia Sector) में अंतरराष्ट्रीय सीमा (International Border) पर मंगलवार को पाकिस्तानी रेंजर्स (Pakistani Rangers) ने फायरिंग की है। बीएसएफ के जवानों (BSF Jawans) पर फायरिंग का मुंहतोड़ जबाव दिया है। यह फायरिंग तब की गई जब भारतीय जवान (Indian Jawans) बाढ़ लगाने का काम कर रहे थे। बीएसएफ (BSF) ने भी पाकिस्तानी सेना (Pakistani Army) को इसका जवाब दिया है। हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
अरनिया सेक्टर (Arnia Sector) में अंतरराष्ट्रीय सीमा (International Border) पर चिनाज पोस्ट (Chinaz Post) पर करीब आठ महीने बाद मंगलवार को पाकिस्तान ने सीजफायर (Pakistan Ceasefire) का उल्लंघन किया है। इससे पहले जनवरी 2022 पाकिस्तान की ओर से अरनिया सेक्टर में संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया था। तब सीमा प्रहरियों ने 50 वर्षीय एक पाक घुसपैठिया को ढेर कर दिया था। घुसपैठिया भारतीय सीमा में घुसने का असफल प्रयास कर रहा था।
पांच सितंबर को पुंछ में पाकिस्तान को सौंपा था आतंकी का शव
वहीं, पांच सितंबर, सोमवार को पाकिस्तान को पुंछ में आतंकी का शव सौंपा गया। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के तीन दशक में पहली बार पाकिस्तान ने किसी प्रशिक्षित आतंकी को अपना नागरिक मानते हुए शव वापस ले लिया। इससे पूर्व पाकिस्तानी सेना और एजेंसियां दहशतगर्द के शव को वापस लेने से इन्कार करते रहे हैं। सोमवार को आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा (Terrorist organization Lashkar-e-Taiba) से जुड़े तबारक हुसैन (32) के शव को पुंछ जिले में चकांदा बाग स्थित राह-ए-मिलन पोस्ट से पाकिस्तानी सेना को सोमवार सुबह 11.10 बजे सौंपा गया।
रक्षा प्रवक्ता के अनुसार प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में लश्कर-ए-ताइबा (Lashkar-e-Taiba)के आतंकी तबारक हुसैन का शव पाकिस्तानी सेना को सौंपा गया। रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि दो दशक से भी ज्यादा समय में पहली बार पाकिस्तान ने किसी आतंकी का शव वापस लिया है। तबारक पाकिस्तानी सेना (Pakistani Army) का एजेंट और आतंकियों का बेहद प्रशिक्षित गाइड था। 21 अगस्त की रात को राजोरी में नियंत्रण रेखा के नौशेरा सेक्टर में तबारक फिदायीन दस्ते के साथ घुसपैठ करते पकड़ा गया था, जिसकी सैन्य अस्पताल में उपचार के दौरान तीन सितंबर को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी।
सर्जरी, खून देकर किया बचाने का प्रयास
तबारक को गोलियां लगी थीं, जिसे सर्जरी से बचाने का प्रयास किया गया। अधिकारियों के अनुसार तबारक हुसैन का खून बह गया था। उसे बचाने के लिए सैन्य जवानों ने अपना रक्त दान किया था। तीन सितंबर को राजोरी मिलिट्री अस्पताल में उपचाराधीन तबारक की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। रविवार को पोस्टमार्टम समेत अन्य औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सोमवार शव पाकिस्तानी सेना के हवाले कर दिया गया।