उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भेड़ियों के आतंक से दहशत का महौल है। यहां भेड़िए एक के बाद एक मासूम बच्चों को अपना निवाला बना रहे है। मंगलवार की सुबह करीब साढ़े तीन बजे एक और बच्चे को निगल लिया।
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भेड़ियों के आतंक से दहशत का महौल है। यहां भेड़िए एक के बाद एक मासूम बच्चों को अपना निवाला बना रहे है। मंगलवार की सुबह करीब साढ़े तीन बजे एक और बच्चे को निगल लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बहराइच के दीवान पुरवा केरहने वाले एक बच्चे को भेड़िए ने निगल लिया। मासूम बच्चा अपने घर के आंगन के छप्पर के नीचे अपनी मां के साथ सो रहा था।
उसी रात दो किलोमीटर दूर स्थित छत्तरपुर गांव में तीन मासूमों पर हमला कर घायल कर दिया।वन विभाग व प्रशासनिक टीमों ने सर्च ऑपरेशन शुरु कर दिया है। अब तक नौ बच्चों की सांसों को भेड़िया निगल चुका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार खैरीघाट थाने केरायपुर के दीवान पुरवा के रहने वाले सज्जन का बेटा जिसकी उम्र पांचसाल है। वह अपनी मां के साथ आंगन में छप्पर केनीचे सो रहा था। इसी दौरान रात के साढ़े तीन बजे भेड़िया घर में घुस आया और मासूम बच्चे को जबड़े में दबाकर ले गया। मां की नींद खुली को भेड़िया उसके मासूम को मुंह में दबाए ले जा रहा था। उसने शोर मचाना शुरु तो परिजन दौड़े। जब तक घर के बाकी लोग आते जब तक भेड़िया बच्चे को खेतों में लेकर जा चुका था।
सूचना पाकर पहुंचे वनकर्मी, प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी व बच्चे के परिजनों ने गांव वालों के साथ बच्चे की तलाश करनी शुरु कर दी। घर से एक किलोमीटर दूर चकरोड पर उसका शव शत विक्षत मिला।
उसी रात बरुही छत्तरपुरवां गांव के रहने वाले नौ साल के शिवानी और तीन साल की हरियाली और तीन साल के वंश पाठक को भी भेड़िया ने घायल कर दिया। सभी घायल बच्चों का सीएचसी महसी में इलाज चल रहा है। वहीं इस मामले में जिलाधिकारी मोनिका रानी व पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया।