राहुल गांधी ने कहा, BJP ने शिवाजी महाराज की मूर्ति बनाई, जो कुछ दिन में टूटकर गिर गई। ये संदेश था कि अगर शिवाजी महाराज की मूर्ति बनाएंगे, तो उनकी विचारधारा की रक्षा भी करनी पड़ेगी। क्योंकि... BJP के लोग शिवाजी महाराज की मूर्ति के सामने हाथ तो जोड़ते हैं, लेकिन 24 घंटा उनकी सोच के खिलाफ काम करते हैं।
कोल्हापुर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी महाराष्ट्र के कोल्हापुर के भगवा चौक पर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने कहा, आज यहां शिवाजी महाराज की मूर्ति का उद्घाटन किया गया। कोई मूर्ति तब बनाई जाती है, जब हम किसी व्यक्ति की विचारधारा और उनके कर्मों का दिल से समर्थन करते हैं। जब हम शिवाजी की मूर्ति का उद्घाटन कर रहे हैं, तो ये वचन भी लेना चाहिए कि: शिवाजी महाराज पूरा जीवन जिस तरह जिए और जिन बातों के लिए लड़े, हमें भी उन चीजों के लिए लड़ना चाहिए।
उन्होंने कहा, छत्रपति शिवाजी महाराज ने संदेश दिया था कि देश सब का है, सभी को साथ लेकर चलना है और अन्याय नहीं करना है। आज ‘संविधान’ शिवाजी महाराज की सोच का चिह्न है। शिवाजी महाराज की सोच से ही संविधान बना है, क्योंकि इसमें हर वो बात है, जिसके लिए वह पूरी जिंदगी लड़े।
हिंदुस्तान में आज दो विचारधाराओं की लड़ाई है। एक विचारधारा- संविधान की रक्षा करती है, समानता और एकता की बात करती है। यह शिवाजी महाराज की विचारधारा है। दूसरी विचारधारा-शिवाजी महाराज की विचारधारा के संविधान को खत्म करने में लगी है। लोगों की डराती और धमकाती हैं। संविधान को बचाने की लड़ाई नई नहीं हैं। जिस विचारधारा से शिवाजी महाराज लड़े, उसी विचारधारा से कांग्रेस पार्टी लड़ रही है।
राहुल गांधी ने कहा, BJP ने शिवाजी महाराज की मूर्ति बनाई, जो कुछ दिन में टूटकर गिर गई। ये संदेश था कि अगर शिवाजी महाराज की मूर्ति बनाएंगे, तो उनकी विचारधारा की रक्षा भी करनी पड़ेगी। क्योंकि… BJP के लोग शिवाजी महाराज की मूर्ति के सामने हाथ तो जोड़ते हैं, लेकिन 24 घंटा उनकी सोच के खिलाफ काम करते हैं।
जब अगली बार आपके पास BJP के लोग आएं और कहें कि मैं शिवाजी महाराज को मानता हूं। तो आप उनसे पूछिए कि-आप शिवाजी की मूर्ति के सामने तो हाथ जोड़ते हैं, लेकिन क्या आप संविधान की रक्षा करते हैं? क्योंकि अगर आप संविधान की रक्षा नहीं करते हैं, तो मूर्ति के सामने हाथ जोड़ने का कोई फायदा नहीं है। इसीलिए…कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के लिए मेरा एक ही संदेश है कि आपका काम शिवाजी महाराज की विचारधारा और संविधान की रक्षा करने का है।