यह रोग छूने या हाथ मिलाने से नहीं फैलता, इसके बावजूद पीड़ित को कई तरह के स्टिग्मा का सामना करना पड़ता है। यह किसी व्यक्ति भावनात्मक, मानसिक स्वास्थ्य और रिश्तों को भी प्रभावित करने लगता है।
सोरोयसिस (Psoriasis) स्किन की बीमारी है। इसमें लाल रंग के पपड़ीदार चकत्ते नजर आने लगते है। सोरायसिस (Psoriasis) संक्रमण नहीं है और न ही संक्रामक है। यानी यह छूने या हाथ मिलाने से नहीं फैलता। स्किन में होने वाली यह समस्या व्यक्ति के पूरे जीवन को प्रभावित करने लगती है।
यह रोग छूने या हाथ मिलाने से नहीं फैलता, इसके बावजूद पीड़ित को कई तरह के स्टिग्मा का सामना करना पड़ता है। यह किसी व्यक्ति भावनात्मक, मानसिक स्वास्थ्य और रिश्तों को भी प्रभावित करने लगता है। अगर आप बहुत अधिक तनाव लेते है या चोट, खरोंच, सनबर्न, कीड़ों के काटने और टीकाकरण इस समस्या को बढ़ा सकते है। अगर किसी को सोरायसिस (Psoriasis) की दिक्कत है। तो कुछ बातों का ध्यान रखकर वो इसमें आराम पा सकते है।
अगर आप को सोरोयसिस (Psoriasis) की समस्या है तो स्किन विशेषज्ञ से परामर्श लें। मॉइस्चराइजर करें। अपनी स्किन को अच्छी तरह से चिकनाई बना कर रखे। नहाने और नहाने के बाद अपनी त्वचा पर पर्याप्त मात्रा में मॉइस्चराइजर क्रीम या मलहम लगाकर मी को सील करें।
सर्दियों में मॉइस्चराइजर जरुर लगाएं। मॉइस्चराइजर करने से त्वचा हाइड्रेट होती है तो पपड़ी नर्म हो जाती है और आप अच्छा महसूस करते है।
अगर सोरायसिस से पीड़ित हैं तो धूप जरुर लें। धूप की किरणों का सोरायसिस (Psoriasis) पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।
भूल कर भी न करें ये गलतियां
घावों पर खुजली न करें। गर्म पानी से नहाने से दिक्कत बढ़ सकती है।
जहां तक हो सके तनाव से बचें।