यूपी के इस किले में जाने के नाम से ही लोगों की रुह-कांप उठती है।
उत्तर प्रदेश के झांसी इलाके में स्थित गढ़कुंडार नाम के किले में जाने से लोग कांपते है। वजह है इसमें कई रहस्मयी घटनाओं का होना। लोगो का मानना है कि ये किला हौरर है।
यहां रहने वाले लोग बताते हैं कि एक बार इस किले के करीब से एक बारात गुजर रही थी। किला दिखते ही बाराती इसमें घूमने चले गए। करीब पचास से साठ लोग इस किले में घूमने गए थे आज तक वापस नहीं लौटे। इतना ही नहीं इस किले से जुड़े कई किस्से और कहानियां है।
इन घटनाओं को देखते हुए किले की निचली मंजिलों को बंद करा दिया गया। दिन के वक्त भी इसमें जाना एक डरावना अनुभव होता है। किले के अंदर बहुत अंधेरा रहता है। इस किले के बारे में यह भी कहा जाता है कि यहां हीरे-सोने का खजाना दबा हुआ है। इसे खोजने की कोशिश कई लोगों ने की, लेकिन उनके हाथ नाकामी ही लगी।
बताया जाता है कि झांसी इलाके में स्थित गढ़कुंडार नाम का ये किला 11वीं सदी में बनाया गया था। यह किला पांच मंजिला हैं। तीन मंजिल किले के ऊपर दिखती हैं और दो मंजिल जमीन के नीचे बनी हुई हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो यह किला पंद्रह सौ से दो हजार साल पुराना है।
इस किले को भूल-भूलैया की तरह बनाया गया है। इसमें प्रवेश करने वाला हमेशा रास्ता भूल जाता है। कहा जाता है कि जिसने भी इसे बनवाया, सुरक्षा के लिहाज से बनवाया था।
चौंकाने वाली बात यह है कि किला चार-पांच किलोमीटर की दूरी से दिखता है। लेकिन जब इंसान इसके करीब पहुंचता है तो यह दिखना बंद हो जाता है। आप किले को देखकर रास्ते पर चलते रहेंगे तो आप किले तक नहीं पहुंच पाएंगे। किले के लिए दूसरा रास्ता बनाया गया है।