Pitru Paksha 2023: पितृ पक्ष की शुरुआत इस साल 29 सितंबर 2022 यानी आज से हो चुकी है, जो अगले महीने 14 अक्टूबर रहेगा। हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का काफी महत्व माना जाता है, क्योंकि पितृ पक्ष पितरों का श्राद्ध और तर्पण किया जाता है। जिसमें पितरों की तिथि के अनुसार उनका तर्पण किया जाता है और उनका पसंदीदा भोजन भी बनाया जाता है। जिसमें पितरों के नाम पर कौओं को भोजन कराया जाता है। जिसके पीछे एक महत्त्वपूर्ण कारण है।
Pitru Paksha 2023: पितृ पक्ष की शुरुआत इस साल 29 सितंबर 2022 यानी आज से हो चुकी है, जो अगले महीने 14 अक्टूबर रहेगा। हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का काफी महत्व माना जाता है, क्योंकि पितृ पक्ष पितरों का श्राद्ध और तर्पण किया जाता है। जिसमें पितरों की तिथि के अनुसार उनका तर्पण किया जाता है और उनका पसंदीदा भोजन भी बनाया जाता है। जिसमें पितरों के नाम पर कौओं को भोजन कराया जाता है। जिसके पीछे एक महत्त्वपूर्ण कारण है।
दरअसल, हिंदू धर्म में कौओं को पितरों का दर्जा दिया गया है। पितृ पक्ष हो या कोई भी शुभ कार्य पितरों को याद करते हुए लोग कौओं को भोजन कराते हैं। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, पितृ पक्ष के दौरान पितर कौओं के रूप में धरती पर आते हैं। शास्त्रों में मिलता है कि देवताओं के साथ ही कौए ने भी अमृत को चखा था। कहा जाता है कि कौओं की मृत्यु कभी भी प्राकृतिक रूप से नहीं होती है। धार्मिक मान्याओं के मुताबिक, जब किसी व्यक्ति की मौत होती है तो उसका जन्म कौआ योनि में होता है। यही कारण है कि कौओं के जरिए पितरों को भोजन कराया जाता है।
कौओं के अलावा गाय, कुत्ते और पक्षियों को भी भोजन कराया जाता है। लेकिन अगर इनके द्वारा भोजन को स्वीकार नहीं किया जाता है तो इसे पितरों की नाराजगी का संकेत माना जाता है। पितृ पक्ष के दौरान ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है और दान दिया जाता है।