भाजपा विधायक सुभाष चंद्र पाणिग्रही को उनके सरकारी आवास से गिरफ्तार कर लिया। ओडिशा पुलिस ने देवगढ़ जिले में प्रखंड विकास अधिकारी (BDO) पर हमला करने के आरोप में भाजपा विधायक पर यह कार्रवाई की है। पाणिग्रही के साथ, अकालू ढाल और कुमारमणि साहू नाम के उनके दो सहयोगियों को भी तिलीबनी बीडीओ कृष्णचंद्र दलपति पर जानलेवा हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि यह घटना शनिवार को भालियागुड़ा गांव में हुई थी।
नई दिल्ली। भाजपा विधायक सुभाष चंद्र पाणिग्रही (BJP MLA Subhash Chandra Panigrahi) को उनके सरकारी आवास से गिरफ्तार कर लिया। ओडिशा पुलिस (Odisha Police) ने देवगढ़ जिले में प्रखंड विकास अधिकारी (BDO) पर हमला करने के आरोप में भाजपा विधायक पर यह कार्रवाई की है। पाणिग्रही के साथ, अकालू ढाल और कुमारमणि साहू नाम के उनके दो सहयोगियों को भी तिलीबनी बीडीओ कृष्णचंद्र दलपति (Tlibani BDO Krishnachandra Dalpati) पर जानलेवा हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि यह घटना शनिवार को भालियागुड़ा गांव में हुई थी।
ओडिशा पुलिस (Odisha Police) ने बताया कि दलपति ने देवगढ़ थाने (Deogarh Police Station) में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें दावा किया गया है कि विधायक और उनके सहयोगियों ने बीडीओ कार्यालय के पास उन पर हमला किया था, क्योंकि किसी सरकारी काम में व्यस्त होने के कारण वह विधायक को वहां नहीं मिले थे। शिकायत के अनुसार, विधायक और उनके सहयोगियों द्वारा पीटने और लात मारने से बीडीओ (BDO) के चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों पर चोटें आईं हैं।
BDO के खिलाफ भी दर्ज है शिकायत
पाणिग्रही ने भी इसी थाने में बीडीओ (BDO) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि दलपति ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था। देवगढ़ के पुलिस अधीक्षक (SP) राज किशोर पैकरे (Raj Kishore Packre) ने कहा कि पुलिस ने विधायक और बीडीओ (BDO) की शिकायत के आधार पर दो मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
‘बीडीओ ने सरे आम कॉलर पकड़ लिया और…’
ओडिशा भाजपा के प्रवक्ता गोलक महापात्र (Odisha BJP spokesperson Golak Mohapatra) ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की और कहा कि यह पूर्व नियोजित थी। उन्होंने कहा कि विधायक ने सबसे पहले प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि बीडीओ (BDO) ने सरे आम उनका कॉलर पकड़ लिया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। दलपति के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।” सत्तारूढ़ बीजद ने कहा कि कानून को अपना काम करना चाहिए। पार्टी प्रवक्ता लेनिन मोहंती (Party Spokesperson Lenin Mohanty) ने कहा कि ड्यूटी पर सरकारी कर्मचारी के साथ मारपीट करना उचित नहीं है। पुलिस ने सही फैसला लिया है।
इससे पहले भी विधायकों की गिरफ्तारी
इस साल ओडिशा में किसी विधायक की गिरफ्तारी का यह पहला मामला नहीं है। बालूगांव से सत्तारूढ़ बीजद के विधायक प्रशांत जगदेव (BJD MLA Prashant Jagdev) को मार्च में तब जेल भेज दिया गया था, जब उनकी कार पंचायत चुनाव के दौरान भीड़ पर चढ़ा दी गई थी जिसमें कई लोग घायल हो गए थे। जनवरी में, केंद्रीय जनजातीय मामले और जल शक्ति राज्य मंत्री बिश्वेश्वर टुडू पर मयूरभंज जिले में अपने कार्यालय में जिला योजना बोर्ड के उप निदेशक अश्विनी मलिक और सहायक निदेशक देबाशीष महापात्र (Assistant Director Debashish Mohapatra) पर हमला करने का आरोप लगाया गया था।