सनातन धर्म में माघ मास की महिमा का बहुत बखान है। इस मास में सूर्य नारायण की पूजा के साथ व्रत त्योहारों का मेला लगा लगा रहता है।
Pradosh Vrat 2022 : सनातन धर्म में माघ मास की महिमा का बहुत बखान है। इस मास में सूर्य नारायण की पूजा के साथ व्रत त्योहारों का मेला लगा लगा रहता है। हिंदू धर्म के लोग इस माह में संगम तट पर कल्पवास करते है। इस मास में सौर मण्डल की कक्षा में ग्रहों की चाल हलचल मचा रही है। इस बार माघ मास में ग्रह नक्षत्रों का अद्भुत संयोग देखने को मिल रहा है। शिव भक्तों के लिए इस बार का माघ मास वरदान साबित हो रहा है। बाबा भोलेनाथ के भक्तों के लिए यह मास भक्ति भाव से ओतप्रोत रहने वाला है। इस बार दो बड़े व्रत इस माह में एक साथ् आ रहे है। इस बार मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri) और प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) एक ही दिन आ रहे हैं। इस दिन भगवान विष्णु, शिव और शनिदेव तीनों की ही पूजा शुभ फल देने वाली रहेगी।आईये जानते है पूजा के शुभ पूजा के शुभ मुहूर्त।
माघ माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि आरंभ:29 जनवरी को रात 08:37 बजे से
समाप्त:30 जनवरी को शाम 05:28 बजे तक
पूजा मुहूर्त: 30 जनवरी, शाम 05:59 बजे से रात 08:37 बजे तक
1.शनि प्रदोष का व्रत करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। इस दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए शिवजी का अभिषेक करने से सर्व सुखों की प्राप्ति होती है।
2.शनि प्रदोष के दिन शिव सहस्रनाम का पाठ करने से समस्त सुख भोग की प्राप्ति होती है।
3.भगवान शिव का गंगाजल और गाय के दूध से क्रमश: अभिषेक करें। फिर उनको सफेद चंदन का लेप करें।
4.भगवान शिव को शहद, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी पत्ता, मदार का फूल, मौसमी फल आदि अर्पित करें। इस दौरान ओम नमः: शिवाय मंत्र का जाप करते रहें।