कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गुरुवार को सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो पोस्ट कर लिखा कि अब होगा ‘न्याय का दंगल’। उन्होंने कहा कि भारत की होनहार बेटियों के साथ दुर्व्यवहार, देश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों को धोखा। बीजेपी देश को क्या ये विरासत दे रही है ? उन्होंने कहा कि स्वाभिमान और सम्मान भारत के पहलवानों की बस इतनी सी मांग है।
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गुरुवार को सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो पोस्ट कर लिखा कि अब होगा ‘न्याय का दंगल’। उन्होंने कहा कि भारत की होनहार बेटियों के साथ दुर्व्यवहार, देश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों को धोखा। बीजेपी देश को क्या ये विरासत दे रही है ? उन्होंने कहा कि स्वाभिमान और सम्मान भारत के पहलवानों की बस इतनी सी मांग है।
अब होगा ‘न्याय का दंगल’!
भारत की होनहार बेटियों के साथ दुर्व्यवहार, देश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों को धोखा – BJP क्या ये विरासत दे रही है देश को।
स्वाभिमान और सम्मान – भारत के पहलवानों की बस इतनी सी मांग है। pic.twitter.com/pFveDY6bb9
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 28, 2023
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में 14 जनवरी से 20 मार्च तक मणिपुर से मुंबई तक भारत न्याय यात्रा होगी। ये यात्रा ऐसे समय में होगी जब साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी जोर-शोर से चल रही होगी।
इस मेगा यात्रा में बस का इस्तेमाल किया जाएगा, जिनके जरिए 14 राज्यों के 85 जिलों का कवर किया जाएगा। 6200 किलोमीटर की इस यात्रा में कांग्रेस जिन राज्यों को कवर करेगी, उनमें मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र शामिल हैं। इस यात्रा में अधिकतम लोगों तक पहुंचने वाली बस होगी। इसके अलावा यात्रा में शामिल नेता समय-समय पर कुछ देर तक पैदल भी चलेंगे।
मणिपुर हिंसा की वजह से नाम रखा न्याय यात्रा?
कांग्रेस का लक्ष्य इस यात्रा के जरिए अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचना है, इसीलिए पार्टी ने इतनी लंबी यात्रा का रूट चुना है। पार्टी ने इसकी शुरुआत मणिपुर से की है क्योंकि वहां बीते साल मई महीने से हिंसा का दौर जारी है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर अबतक मणिपुर में हिंसा नहीं रोक पाई है। राहुल गांधी भी कुछ दिनों के लिए मणिपुर दौरे पर गए हुए थे और वहां हिंसा पीड़ितों से मुलाकात भी की थी। इसके अलावा कांग्रेस मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लेकर आई थी। हालांकि ये प्रस्ताव गिर गया था। अब कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी मणिपुर को आधार बनाकर देश में सरकार के खिलाफ माहौल बनाने की तैयारी कर रहे हैं।