HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. ऑटो
  3. रघुराज के इसी तेवर की फ़ैन है दुनिया, राजा भैया और अखिलेश यादव के बीच कही पीस न जाएँ गुलशन यादव

रघुराज के इसी तेवर की फ़ैन है दुनिया, राजा भैया और अखिलेश यादव के बीच कही पीस न जाएँ गुलशन यादव

कुछ ऐसा ही कुंडा के रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने एक बयान दिया है। जिसमें वे अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला है।

By प्रिया सिंह 
Updated Date

 

पढ़ें :- Team India New Batting Coach: टीम इंडिया के नए बैटिंग कोच का नाम आया सामने! चैंपियंस ट्रॉफी से पहले हो सकती है नियुक्ति

फिर दहाड़े, “इनको डंडों से सुधारा जाएगा

ठाकुरों से जो भी टकराया वो मारा जाएगा

कुछ ऐसा ही कुंडा के रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने एक बयान दिया है। जिसमें वे अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला है।

आप को बता दें कि वहीं कुड़ां के राजा भैया ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव पर जनकर हमला बोला। कहा कि पिछली सरकार की तुलना में योगी सरकार काफी ज्यादा काम किया है।

पढ़ें :- Bharat NCAP Test :  भारत एनकैप टेस्ट में पास हुई महिंद्रा की दो कार, मिल गई 5-Star रेटिंग

जिसको लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीयअध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को प्रतापगढ़ में एक जनसभा को संबोधित किया था। इस दौरान अखिलेश यादव ने पीएम मोदी और सीएम योगी के साथ-साथ, राजा भैया पर भी जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि कुंडा में बदलाव होगा, और इस बार कुंड़ा में कुंडी लगयी जाएगी।

विधानसभा सीट से करीब 15 साल बाद राजा भैया के खिलाफ सपा ने उम्मीदवार उतारा है।समाजवादी पार्टी ने गुलशन यादव को प्रत्याशी बनाया है जो राजा भैया के पुराने सहयोगी रहे हैं।

ये समझते हैं कि ठाकुर से उलझना खेल है

ऐसे पाजी का ठिकाना घर नहीं है, जेल है”

पढ़ें :- Delhi Elections 2025: भाजपा ने जारी की 9 उम्मीदवारों की एक और लिस्ट, देखिए किसको कहां से बनाया प्रत्याशी

इसी बात को साबित करते हुए कुंडा के राजा भैया ने अखिलेश यादव पर हमला करते हुए उन्होंने अपने समर्थकों के सामने कहा कि किसी माई के लाल में हैसियत नहीं कि कुंडा में कुंडी लगा पाए। ऐसा करने के लिए उनकी सात पीढ़िया भी कम पड़ जाएँगी

 

कुंडा और आसपास के इलाके के लोगों के लिए रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का ‘दरबार’ ही सबसे बड़ी अदालत है। यहां बाकायदा सुनवाई की जाती है। दोनों पक्षों में जिरह होती है और अंत में राजा भैया का फैसला ‘अंतिम’ फैसला माना जाता है। किसी की क्या जुर्रत जो राजा के फैसले पर नाराजगी जता दे। राजा के फैसले के बाद और कहीं अपील की इजाजत नहीं होती है। इसे राजा का खौफ कहें या फिर सम्मान। फिलहाल तो कुंडा की सच्चाई यही है।

 

राजा भैया इस बार भी चुनावों में अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं। उन्होंने कहा कि 2017 में जनता ने नारा दिया था कि जीत का अंतर एक लाख से ज़्यादा होगा, तो वही करके दिखाया है। इस बार जनता का नारा है कि जीत का अंतर डेढ़ लाख होगा, तो वहीं होकर रहेगा। उन्होंने कहा कि मैं 6 बार से लगातार विधायक हूं और हर बार जनता के प्यार और स्नेह के कारण जीत का अंतर बढ़ता है।

पढ़ें :- संविधान में जो हमें हक और अधिकार मिलते हैं उसके खिलाफ है भारतीय जनता पार्टी : अखिलेश यादव
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...