भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को फोन पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है। साथ ही उनसे रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। आरोप है कि व्हाट्सएप पर गाली-गलौज और अश्लील वीडियो भी भेजे जा रहे हैं। रंगदारी नहीं देने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी जा रही है।
नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को फोन पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है। साथ ही उनसे रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। आरोप है कि व्हाट्सएप पर गाली-गलौज और अश्लील वीडियो भी भेजे जा रहे हैं। रंगदारी नहीं देने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी जा रही है।
भाकियू के जिला प्रभारी गाजियाबाद की ओर से कौशांबी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। बता दें कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। भाकियू के गाजियाबाद जिला प्रभारी जय कुमार मलिक की ओर से कौशांबी थाने में दी गई तहरीर में बताया कि भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के मोबाइल पर अलग अलग नंबरों से धमकी भरे कॉल आ रहे हैं।
साथ ही व्हाट्सएप पर गाली गलौज और अश्लील वीडियो भेजे जा रहे हैं। उनका कहना है कि संभवत: ये अश्लील वीडियो तस्वीरों से छेड़छाड़ कर बनाए गए हैं। कई बार इसे नजरअंदाज किया गया, लेकिन लगातार कॉल कर जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इसके साथ ही आरोप 11 हजार रुपये की रंगदारी भी मांग रहा है।
रंगदारी नहीं देने पर व्हाट्सएप पर भेजे गए अश्लील वीडियो को वायरल करने की धमकी दे रहा है। जय कुमार की ओर से कौशांबी थाने में बृहस्पतिवार शाम को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की गई। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। नंबरों के आधार पर सर्विलांस की मदद से आरोपियों की तलाश की जा रही है। जल्द आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
आरोपी जल्द नहीं पकड़े तो नंबर करेंगे सार्वजनिक
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का पूरे मामले में कहना है कि जल्द ही अगर पुलिस आरोपी को पकड़कर घटना का खुलासा नहीं करती है तो वह यह सभी नंबरों को सार्वजनिक करेंगे।
दो बार पूर्व में मिल चुकी है धमकी
दिसंबर और 13 अप्रैल को भी राकेश टिकैत को कॉल कर जान से मारने की धमकी दी गई थी। इसके बाद कौशांबी थाने में दोनों बार रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। दिसंबर में धमकी देने के मामले में बिहार के एक युवक को पुलिस ने पकड़ा था। जिससे कोर्ट में पेश करने पर जमानत मिल गई थी।
जबकि अप्रैल माह में धमकी देने के मामले में आगरा मंडल के फिरोजाबाद जिले का युवक सामने आया था। एसएचओ कौशांबी ने बताया कि उसकी दिमागी हाल ठीक नहीं थी। उसे नोटिस थमाया गया था।