नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है। इस आंदोलन को 100 दिन से ज्यादा हो गए हैं लेकिन सरकार और किसान नेता अपनी अपनी मांगों पर अड़े हैं। लिहाजा, इस आंदोलन का अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है। वहीं, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब के बाद अब किसान नेता बंगाल की तरफ कूच करने लगे हैं।
नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है। इस आंदोलन को 100 दिन से ज्यादा हो गए हैं लेकिन सरकार और किसान नेता अपनी अपनी मांगों पर अड़े हैं। लिहाजा, इस आंदोलन का अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है। वहीं, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब के बाद अब किसान नेता बंगाल की तरफ कूच करने लगे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसके कारण इस संगठन के नेता बंगाल पहुंच चुके हैं। वहां पहुंचे नेता किसानों को समझा रहे हैं। इसके साथ ही वह भाजपा को किसान विरोधी बताकर उन्हें वोट नहीं देने की अपील कर रहे हैं।
किसानों की योजना है कि भाजपा का बहिष्कार कर मोदी सरकार का दंभ तोड़ा जाए। दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के नेताओं ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी। बता दें कि, किसानों के नेता राकेश टिकैत आज बंगाल पहुंच रहे हैं। इस दौरान वह नंदीग्राम और कोलकता में रैली कर किसानों को संबोधित करेंगे।
इसके साथ ही कोलकाता में सुबह 11 बजे होने जा रही महापंचायत रैली में भी राकेश टिकैत हिस्सा लेंगे। इसके बाद शाम चार बजे नंदीग्राम से किसान सरकार की तरफ से लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ भाषण देंगे।