अयोध्या महोत्सव (Ayodhya Festival) में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust) के महासचिव चंपत राय (General Secretary Champat Rai) ने कहा कि राम मंदिर (Ram Temple) का निर्माण राष्ट्र के अपमान का परिमार्जन है। हिंदुस्तान के सम्मान का प्रतीक है।
अयोध्या। अयोध्या महोत्सव (Ayodhya Festival) में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust) के महासचिव चंपत राय (General Secretary Champat Rai) ने कहा कि राम मंदिर (Ram Temple) का निर्माण राष्ट्र के अपमान का परिमार्जन है। हिंदुस्तान के सम्मान का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर (Ram Temple) की आयु 1000 साल की होगी। इसके निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा गया है।
अयोध्या में 3000 से अधिक राम मंदिर (Ram Temple) हैं। फिर भी निर्मोही अखाड़ा (Nirmohi Akhara) , दिगंबर अखाड़ा (Digambar Akhara) और साधु संत राम मंदिर (Ram Temple) के लिए लड़ाई लड़ते रहे क्योंकि अयोध्या भगवान श्रीराम (Ayodhya Lord Shri Ram) का जन्म स्थान है और जन्मस्थान की अदला-बदली नहीं हो सकती।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर (Ram Temple) राष्ट्र का मंदिर है। राष्ट्र के सम्मान का मंदिर है। 10 करोड़ लोगों ने मंदिर निर्माण के लिए योगदान दिया है। राम मंदिर करोड़ो लोगों के परिश्रम से निर्मित हो रहा है। राम मंदिर (Ram Temple) की आयु 1000 साल बनाने की कोशिश की गई है।
उन्होंने बताया कि जमीन में ऊपर कंक्रीट नहीं है। जमीन के नीचे लोहे का तार नहीं है। 14 मीटर गहरी आर्टिफिशियल रॉक बनाई गई है। सीमेंट का प्रयोग मात्र 2.5 प्रतिशत तक किया गया है। अब तक 21 लाख क्यूबिक पत्थर लग चुके हैं । हमने किसी विदेशी कंसल्टेंट की मदद नहीं ली है। राम मंदिर स्वतंत्र भारत की अद्भुत इंजीनियरिंग की रचना है।