आज हम आपको बताएंगे एक ऐसी भूमि जिसको देवभूमि के नाम से जाना जाता है इस भूमि के लिए कहा जाता है कि अकाल मृत्यु वह मरे जो काम करे चंडाल का काल भी उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का जी हां दोस्तों आज हम आपको बताएंगे मध्य प्रदेश के स्थित महाकाल मंदिर के बारे में उसके आसपास के जगहों के बारे में जहां पर दूर-दूर से पर्यटक दर्शन करने आते|
आज हम आपको बताएंगे एक ऐसी भूमि जिसको देवभूमि के नाम से जाना जाता है| इस भूमि के लिए कहा जाता है कि अकाल मृत्यु वह मरे जो काम करे चंडाल का काल भी उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का जी हां दोस्तों आज हम आपको बताएंगे मध्य प्रदेश के स्थित महाकाल मंदिर के बारे में उसके आसपास के जगहों के बारे में जहां पर दूर-दूर से पर्यटक दर्शन करने आते|
भारत का दिल कहे जाने वाला मध्य प्रदेश अपने धार्मिक स्थल और पर्यटक स्थलों के लिए काफी मशहूर है |
मध्य प्रदेश की यात्रा करना पर्यटकों के लिए किसी सपने से कम नहीं होगा, क्योंकि यहां कई राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य भी हैं, जिनमें वनस्पतियों और जीवों की कई लुप्तप्राय प्रजातियां पाई जाती हैं।
खजुराहो – khajuraho
खजुराहो मध्य प्रदेश का एक काफी शानदार पर्यटक स्थल है यह जहां पर कई सारे मध्यकालीन मंदिरे हैं जिसके दर्शन के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं|
पचमढ़ी – panchmarhi
यह मध्य प्रदेश राज्य के होशंगाबाद जिले में स्थित है| यह एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। पचमढ़ी अपनी खूबसूरती के लिए देश-विदेश के सैलानियों के आकर्षण का केंद्र है|
ग्वालियर – Gwalior
राजा सूरजसेन ने ग्वालियर शहर का निर्माण किया था यहां कई सारी ऐतिहासिक चीजें हैं| जिससे पर्यटक काफी को इतिहास की चीजों का को इतिहास के चीजों का ज्ञान कराया जाता है|
ओरछा – Orchha
ओरछा को 16वीं शताब्दी में बुंदेला वंश के राजा रुद्र प्रताप सिंह द्वारा बनवाया गया था। यहां पर दूर-दूर से पर्यटक आते हैं राजा का महल देखने के लिए कहा जाता है यह महल बेहद ही खूबसूरत है|
ओंकारेश्वर – Omkareshwar
नर्मदा और कावेरी नदियों के संगम पर स्थित, ओंकारेश्वर मंदिर भी है जी पावन और पवित्र माना जाता है यहां के लिए भी कहा जाता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से अपनी मनोकामना लेकर आते हैं वह अवश्य ही पूर्व की जाती है|
उज्जैन – Ujjain
मध्य प्रदेश का सबसे धार्मिक स्थल उज्जैन है, जिसे महाकाल की नगरी कहा जाता है, इसके लिए यह भी कहा जाता है कि अकाल मृत्यु वह मरे जो काम करे चंडाल का काल भी उसका क्या करें जो भक्त महाकाल का उज्जैन नगरी बाबा भोलेनाथ की नगरी के नाम से जाना जाता है |