धर्म ग्रंथों के अनुसार, भगवान विष्णु ने पृथ्वी को बचाने के लिए वराह रूप में अवतार लिया था। यह अवतार भगवान विष्णु का तीसरा अवतार है, जो आधे मानव और आधे सूअर के रूप में जाना जाता है।
वराह अवतार की आराधना और पूजन से व्यक्ति को धन, स्वास्थ्य, सुख-संपदा, और आत्मविश्वास मिलता है। साथ ही, मन के विकार दूर होते हैं और जीवन में आने वाली बाधाएं भी दूर हो जाती हैं।
आत्मविश्वास
वराह अवतार की पूजा करने से व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है और वह हर कार्य को करने में सक्षम महसूस करता है।
सकारात्मकता बढ़ती है
वराह की पूजा करने से मन के सभी विकार दूर होते हैं और व्यक्ति शांत और सकारात्मक महसूस करता है।
सफलता प्राप्त होती
वराह अवतार की पूजा करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और व्यक्ति को सफलता प्राप्त होती है।