Wriddhiman Saha Retirement : इंडियन क्रिकेट टीम के दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने सभी फॉर्मेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। एमएस धोनी के टेस्ट से संन्यास के बाद साहा ने लंबे समय तक टीम के विकेटकीपर रूप में भूमिका निभाई थी। लेकिन चोट और फॉर्म के चलते वह 2021 के बाद से टीम से बाहर चल रहे हैं। साहा, बीसीसीआई के सेंट्रल कांट्रैक्ट का भी हिस्सा नहीं हैं। अब उन्होंने बड़ा फैसला लेते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट साथ-साथ डोमेस्टिक क्रिकेट से भी दूरी बनाने का फैसला किया है।
Wriddhiman Saha Retirement : इंडियन क्रिकेट टीम के दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने सभी फॉर्मेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। एमएस धोनी के टेस्ट से संन्यास के बाद साहा ने लंबे समय तक टीम के विकेटकीपर रूप में भूमिका निभाई थी। लेकिन चोट और फॉर्म के चलते वह 2021 के बाद से टीम से बाहर चल रहे हैं। साहा, बीसीसीआई के सेंट्रल कांट्रैक्ट का भी हिस्सा नहीं हैं। अब उन्होंने बड़ा फैसला लेते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट साथ-साथ डोमेस्टिक क्रिकेट से भी दूरी बनाने का फैसला किया है।
विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा का प्रोफेशनल क्रिकेट में आखिरी टूर्नामेंट मौजूदा रणजी ट्रॉफी सीजन होगा। बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी में खेल रहे साहा ने देर रात अपने एक्स अकाउंट पर संन्यास का ऐलान किया। उन्होंने लिखा, “क्रिकेट में एक यादगार सफर के बाद, यह सीजन (रणजी ट्रॉफी) मेरा आखिरी सीजन होगा। रिटायर होने से पहले सिर्फ रणजी ट्रॉफी में खेलते हुए, बंगाल का प्रतिनिधित्व करने का मौका पाकर मैं गौरवान्वित हूं। आइए इस सीजन को यादगार बनाएं!” उन्होंने टीम इंडिया के लिए आखिरी मुकाबला 2021 में खेला था। वह आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में एक्टिव रहे है।
रिद्धिमान साहा ने इंटरनेशल करियर की शुरुआत साल 2010 में टेस्ट क्रिकेट से की थी। उन्होंने फरवरी 2010 से दिसंबर 2021 तक भारत के लिए कुल 40 टेस्ट मैच ही खेले हैं। इस दौरान साहा ने 1353 रन बनाए, जिसमें 3 शतक और 6 अर्धशतक शामिल रहे। विकेटकीपर के तौर पर वे 92 कैच और 12 स्टंपिंग करने में सफल रहे। हालांकि, साहा वनडे इंटरनेशल में कुछ खास नहीं कर पाये। उन्होंने साल 2010 से 2014 तक 9 मैच खेले और इनकी पांच पारियों में 41 रन ही बना सके।
साहा 2007 से अब तक घरेलू क्रिकेट में एक्टिव रहे हैं। उन्होंने बंगाल के अलावा त्रिपुरा के लिए भी खेला है। 138 मैचों की 203 पारियों में 35 बार नाबाद रहते हुए वे कुल 7013 रन बना चुके हैं। उन्होंने एक दोहरा शतक भी जड़ा है। 41.74 का औसत और 48.53 के स्ट्राइक रेट से उन्होंने रन बनाए हैं। 14 शतक और 43 शतक प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने जड़े हैं।