राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राज्यसभा सांसद मनोज झा (Rajya Sabha MP Manoj Jha) ने कहा कि मेरे और श्री राम के बीच सीधा ताल्लुक है। महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) मंदिर जाकर राम भक्त नहीं बनते थे, वह अवधारणा अंदर थी इसलिए स्वर्ग गए और हे राम कहते हुए गए...आप हैं कौन?
नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले सियासी माहौल गर्म है। इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राज्यसभा सांसद मनोज झा (Rajya Sabha MP Manoj Jha) ने कहा कि मेरे और श्री राम के बीच सीधा ताल्लुक है। महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) मंदिर जाकर राम भक्त नहीं बनते थे, वह अवधारणा अंदर थी इसलिए स्वर्ग गए और हे राम कहते हुए गए…आप हैं कौन? मेरे और मेरे ईश्वर के बीच यह जो ठेकेदारी का सिस्टम विकसित किया गया है। वह हिंदू धर्म का भी कभी स्वभाव नहीं रहा है।
रैदास हमारौ राम जी, दशरथ करि सुत नाहिं
राम हमउ मांहि रहयो, बिसब कुटंबह माहि
रैदास कहते हैं कि मेरे आराध्य राम दशरथ के पुत्र राम नहीं हैं। जो राम पूरे विश्व में, प्रत्येक घर−घर में समाये हुए हैं,वही मेरे भीतर रमा हुआ है। निर्गुण और निराकार हैं वो. #रैदास
जय हिन्द— Manoj Kumar Jha (@manojkjhadu) January 10, 2024
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राज्यसभा सांसद मनोज झा (Rajya Sabha MP Manoj Jha) ने सोशल मीडिया एक्स पोस्ट पर लिखा कि
रैदास हमारौ राम जी, दशरथ करि सुत नाहिं
राम हमउ मांहि रहयो, बिसब कुटंबह माहि
रैदास कहते हैं कि मेरे आराध्य राम दशरथ के पुत्र राम नहीं हैं। जो राम पूरे विश्व में, प्रत्येक घर−घर में समाये हुए हैं,वही मेरे भीतर रमा हुआ है। निर्गुण और निराकार हैं वो
रैदास।