हरे पेड़ों पर लटकती पतली डंड़ियां देखने में सुंदर और खाने में स्वादिष्ट होती है। जंगलों ,गांवों में पायी जाने वाली ये हरी डंडियां सहजन के पेड़ मे उगती है।
Sahajan Benefits : हरे पेड़ों पर लटकती पतली डंड़ियां देखने में सुंदर और खाने में स्वादिष्ट होती है। जंगलों ,गांवों में पायी जाने वाली ये हरी डंडियां सहजन के पेड़ मे उगती है। इसे सहजन की फली भी कहा जाता है। अपने गुणों के कारण इसे औषधि के इस्तेमाल में भी प्रयोग किया जाता है। कई अध्ययनों में पता चला है कि सहजन शरीर में ब्लड क्लॉटिंग होने से भी रोकता है दिल की बीमारियों का जोखिम कम करने के लिए सहजन का सेवन करना चाहिए। सहजन खाने से कई बीमारियों का जोखिम भी कम होता है। सहजन में एंटी फंगल, एंटी वायरल, एंटी डिप्रेसेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं।
अध्ययन में पाया गया कि सहजन के पत्तों अर्क ने हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने और बेहतर फंक्शन में मदद करता है। यह कोलेस्ट्रॉल कम करने और बीपी कंट्रोल में भी सहायक है। यह धमनियों में प्लाक के निर्माण को भी रोकता है।इसके लगातार सेवन से व्यक्ति हमेशा चुस्त.दुरुस्त और जवां रह सकता है।
यह कैल्शियम का नॉन.डेयरी स्रोत है। इसमें पोटेशियम, जस्ता,मैग्नीशियम, आयरन,तांबा, फास्फोरस और जस्ता जैसे कई पोषक तत्व भी शामिल होते हैं, जो हमारे शरीर को फिट ही नहीं रखता बल्कि सही विकास में भी सहायक होता है।