लखनऊ । लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University ) के सुभाष छात्रावास की स्थिति अत्यंत दयनीय है। छात्रावास की जर्जर व्यवस्था के संबंध में समाजवादी छात्र सभा (Samajwadi Chhatra Sabha) इकाई ने कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय प्रो. आलोक राय को संबोधित ज्ञापन सौंपा है। समाजवादी छात्र सभा इकाई के अध्यक्ष कार्तिक पाण्डेय ने कहा कि लगभग 45 दिन पूर्व ही हम सब छात्रों ने हॉस्टल प्रोवोस्ट मिलकर आग्रह किया था। यहां के अधूरे कार्य कमरे में हैंगर, पानी पीने के लिए वाटर प्यूरीफायर, वाशिंग मशीन व ओमीक्रोम को देखते हुए साफ- सफाई की उचित व्यवस्था कराई जाए।
लखनऊ । लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University ) के सुभाष छात्रावास की स्थिति अत्यंत दयनीय है। छात्रावास की जर्जर व्यवस्था के संबंध में समाजवादी छात्र सभा (Samajwadi Chhatra Sabha) इकाई ने कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय प्रो. आलोक राय को संबोधित ज्ञापन सौंपा है। समाजवादी छात्र सभा इकाई के अध्यक्ष कार्तिक पाण्डेय ने कहा कि लगभग 45 दिन पूर्व ही हम सब छात्रों ने हॉस्टल प्रोवोस्ट मिलकर आग्रह किया था। यहां के अधूरे कार्य कमरे में हैंगर, पानी पीने के लिए वाटर प्यूरीफायर, वाशिंग मशीन व ओमीक्रोम को देखते हुए साफ- सफाई की उचित व्यवस्था कराई जाए। इसके साथ ही यहां के मेस के अधूरे कार्य को संपूर्ण करा कर उसे सुचारू रूप से चलाने का कष्ट करें । छात्र आग्रह ने आंदोलन का रूप तब धारण किया जब यहां के छात्रावास के कमरे बरसात के पानी को भी रोकने में असमर्थ दिखे । इसी विषय पर छात्रों ने कुलपति की अनुपस्थिति में डीएसडब्ल्यू को ज्ञापन सौंपा है।
इसके साथ ही छात्र सभा इकाई ने लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University ) कुलपति की अनुपस्थिति में परीक्षा कंट्रोलर को कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप व ओमीक्रॉन की आए दिन पैर पसार रही भयावह स्थिति को देखते हुए । आगामी सभी परीक्षाओं को ऑनलाइन माध्यम से कराने के संबंध में ज्ञापन दिया है । पांडेय ने कहा कि जिस तरह उच्चतम न्यायालय व उच्च न्यायालय ने अपनी सुनवाई को 2 हफ्ते के लिए वर्चुअल माध्यम से फैसला सुनाने का निर्णय लिया है। उसी तरह आए दिन बढ़ते मामले को देखते हुए परीक्षा ऑनलाइन (online examination) माध्यम से कराई जाए।
इस दौरान इकाई उपाध्यक्ष दुर्गा सिंह,छात्र नेता अतुल यादव,अदिति सुबोध श्रीवास्तव,कांची सिंह,विकास तिवारी,रमेश प्रजापति,अक्षय,तौक़ील गाज़ी,संघमित्रा,अमन आदि छात्र उपस्थित रहे।