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Sambhal Violence : संभल में 10 दिसंबर तक बाहरी व्यक्तियों और जनप्रतिनिधियों की नो एंट्री , DM का बड़ा फैसला

यूपी के संभल जिले शाही जामा मस्जिद (Shahi Jama Masjid) के सर्वे के बाद भड़की हिंसा के बीच जिला प्रशासन ने शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ा कदम उठाया है। जिला प्रशासन ने शनिवार को आदेश जारी कर 10 दिसंबर तक जिले में बाहरी लोगों, सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

संभल। यूपी के संभल जिले शाही जामा मस्जिद (Shahi Jama Masjid) के सर्वे के बाद भड़की हिंसा के बीच जिला प्रशासन ने शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ा कदम उठाया है। जिला प्रशासन ने शनिवार को आदेश जारी कर 10 दिसंबर तक जिले में बाहरी लोगों, सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है।

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संभल के जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया (Sambhal District Magistrate Rajendra Pensia) ने आदेश जारी करते हुए कहा कि जिले की सीमा में किसी भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन या जनप्रतिनिधि को सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के बिना प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। इस कदम का उद्देश्य क्षेत्र में शांति बनाए रखना और किसी भी अप्रिय स्थिति को टालना है। उन्होंने आदेश जारी किया कि जनपद की संवदेनशीलता के दृष्टिगत मैं डॉ. राजेन्द्र पैसिया, जिलाधिकारी/जिला मजिस्ट्रेट, जनपद सम्भल में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा-163 के अन्तर्गत प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए किसी भी बाहरी व्यक्ति, अन्य समाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि के जनपद सम्भल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना प्रवेश को दिनांक 10.12.2024 का प्रतिबन्धित करता हूं।

डीएम राजेंद्र पैंसिया (DM Rajendra Pansia) ने आदेश दिया है कि कोई भी शख्स बिना किसी सक्षम अधिकारी को सूचित करे हुए संभल में प्रवेश नहीं कर सकेगा।  संभल की जनपद सीमा में बाहरी लोगों की एंट्री पर पहले 1 दिसंबर तक बैन लगाई गई थी, लेकिन हालात को देखते हुए इसे और बढ़ाने का फैसला किया गया है।  आज समाजवादी पार्टी के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल भी संभल जाने वाला था, जिन्हें उनके क्षेत्र और आवास पर ही रोक दिया गया है।

इस आदेश के मद्देनजर आज समाजवादी पार्टी (SP) का 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल संभल का दौरा नहीं कर सका। इस दल का नेतृत्व उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे (Mata Prasad Pandey) करने वाले थे। उन्होंने लखनऊ में अपने आवास पर पत्रकारों को बताया कि प्रदेश के गृह सचिव संजय प्रसाद (Home Secretary Sanjay Prasad) ने फोन कर उनसे संभल न जाने का अनुरोध किया है।

यूपी विधानसभा में नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडे ने सवाल किया कि  आखिर सरकार क्या छुपाना चाहती है?

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यूपी विधानसभा में नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडे (Leader of Opposition in UP Assembly Mata Prasad Pandey) ने सवाल किया कि ‘संभल में आखिर सरकार क्या छुपाना चाहती है? उन्होंने बताया कि पहले उनका शुक्रवार को जाने का प्लान था, लेकिन प्रशासन ने उन्हें तीन दिन रुकने को कहा था और बताया कि जुमे के दिन शांति व्यवस्था बिगड़ने का खतरा बताया गया, लेकिन अब भी नहीं जाने दिया जा रहा है।

माता प्रसाद पांडे (Mata Prasad Pandey) ने बताया कि संभल में गली-गली में प्रेस के लोग घूम रहे हैं, सिर्फ सपा के प्रतिनिधिमंडल से क्या खतरा है? उन्होंने कहा कि “मैं नेता प्रतिपक्ष हूं। मुझे अभी तक किसी भी प्रशासनिक अफसर की तरफ से कोई नोटिस नहीं दिया गया, जबकि जब सपा ने बहराइच जाने की घोषणा की थी, तब एसपी बहराइच की तरफ से एक नोटिस दिया गया, जिसके बाद हम लोग नहीं गए थे। माता प्रसाद पांडे के घोषित कार्यक्रम के मुताबिक वह पहले बरेली जाना चाहते थे जहां नेताओं के साथ बैठक के बाद संभल जाने का प्लान था।

इसी बीच गाजियाबाद बॉर्डर पर सपा सांसद जिया-उर-रहमान बर्क (SP MP Zia-ur-Rehman Barq) और हरेंद्र मलिक (Harendra Malik) को हिंडन इलेवेटेड रोड पर रोक दिया गया है, और उन्हें संभल नहीं जाने दिया जा रहा है।

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