ग्रहमंडल में न्याय के देवता शनि देव हैं। शनि देव देव व्यक्ति के कर्मों का हिसाब रखते हैं। न्याय के देवता अच्छे का कर्मों का शुभ फल देते है और बुरे कर्मों का दंड भी देते है।
Shani Jayanti 2023 Date : ग्रहमंडल में न्याय के देवता शनि देव हैं। शनि देव देव व्यक्ति के कर्मों का हिसाब रखते हैं। न्याय के देवता अच्छे का कर्मों का शुभ फल देते है और बुरे कर्मों का दंड भी देते है। लोग शनिदेव की पूजा करते है और उनसे सुख समृद्धि का आशिर्वाद मांगते है। शनै शनै चलने वाले शनि महाराज का असर सभी जातकों पर पड़ता है। न्याय देव के आशीर्वाद से भक्तों के सभी बिगड़े काम भी बनने लगते हैं।शनि जयंती के अवसर पर भक्तों शनिदेव की विधि विधान से पूजा अर्चना करते है और भगवान को प्रसन्न करते है। इस वर्ष मई की 19 तारीख को शनि जयंती पड़ रही है। आइये जानते हैं शनि देव की पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है।
मुहूर्त
पंचांग के अनुसार वैशाख शनि जयंती अमावस्या को पड़ रही है।ऐसे में ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि 18 मई रात 9 बजकर 44 मिनट से अगले दिन यानी 19 मई को रात 9 बजकर 24 मिनट तक होगी।
19 मई को पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7:11 मिनट से लेकर सुबह 10:35 मिनट तक है। दोपहर का मुहूर्त 12:18 मिनट से लेकर दोपहर 2:00 बजे तक है।
उपाय
आपको बता दें कि शनि जयंती अमावस्या को पड़ रही है, ऐसे में दान पुण्य करना बहुत फलदायी माना जाता है। इस दिनकुछ आसान टोटके बहुत फलदायी होते है। शनि जयंती को काले रंग की चिड़िया खरीदकर उसे दोनों हाथों से आसमान में उड़ा दें। आपकी दुख-तकलीफें दूर हो जाएंगी। पुराना जूता शनि जयंती के दिन चौराहे पर रखें।