योग गुरु बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) एक बार फिर से विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। हाल ही में वायरल वीडियो में बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने शरबत जिहाद (Sharbat Jihad) शब्द का इस्तेमाल किया है, जिसके बाद लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया।
देहरादून। योग गुरु बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) एक बार फिर से विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। हाल ही में वायरल वीडियो में बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने शरबत जिहाद (Sharbat Jihad) शब्द का इस्तेमाल किया है, जिसके बाद लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। रामदेव अपने इस वायरल वीडियो में पतंजलि शरबत (Patanjali Sharbat) का प्रचार करते हुए दावा करते हैं कि एक शरबत बेचने वाली कंपनी अपनी कमाई के एक हिस्से का इस्तेमाल मस्जिद और मदरसे बनाने में करती है।
पतंजलि प्रोडक्ट्स (Patanjali Products) के नामक हैंडल से फेसबुक पर पोस्ट किए गए इस वीडियो के कैप्शन में हिंदी में लिखा हुआ है कि शरबत जिहाद (Sharbat Jihad) के नाम पर बेचे जा रहे टॉयलेट क्लीनर (Toilet Cleaner) और कोल्ड ड्रिंक (Cold Drink) के जहर से अपने परिवार और मासूम बच्चों को बचाएं। घर में केवल पतंजलि (Patanjali) का शरबत और जूस ही लाएं।
We got "Sharbat Jihad" before GTA VI 💀😭 pic.twitter.com/qIuLrkhJxe
— Yash Tiwari (@DrYashTiwari) April 9, 2025
इस वीडियो में बाबा रामदेव सॉफ्ट ड्रिंक की आलोचना करते हुए नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि ये टॉयलेट क्लीनर (Toilet Cleaner) की तरह हैं, जिसे गर्मी में प्यास बुझाने के नाम पर पिया जाता है। रामदेव इन सॉफ्ट ड्रिंक्स को भारतीयों की सेहत पर हमला बताते हुए इसकी तुलना जहर से करते हैं। वीडियो में रामदेव कहते हैं। गर्मियों में प्यास बुझाने के नाम पर लोग ठंडे पेय पदार्थ पीते हैं जो असल में टॉयलेट क्लीनर (Toilet Cleaner) हैं। एक तरफ टॉयलेट क्लीनर (Toilet Cleaner) जैसे ज़हर का हमला है और दूसरी तरफ शरबत बेचने वाली एक कंपनी है जो इससे होने वाली कमाई का इस्तेमाल मस्जिद और मदरसे बनाने में करती है। यह ठीक है, यह उनका धर्म है।
रामदेव ने आगे दावा किया कि जाहिर तौर पर अगर आप उस कंपनी का शरबत पीते हैं तो यह मस्जिद और मदरसों के लिए धन जुटाने में मदद मिलती है। उन्होंने दावा किया कि अगर आप पतंजलि (Patanjali) के शरबत का चयन करते हैं तो इससे गुरुकुलों, आचार्यकुलों, पतंजलि विश्वविद्यालयों और भारतीय शिक्षा बोर्ड (Indian Education Board) को मदद मिलती है।