पंजाब में कांग्रेस पार्टी की गुटाबाजी दिल्ली दरबार के चौखट पर पंहच चुकी है। सूबे में आगामी कुछ महीनों में ही होने वाले विधान सभा चुनाव के पहले पार्टी के दो बड़े नेताओं की आपसी जंग ने पार्टी आलाकमान के माथे पर पसीना ला दिया है।
नई दिल्ली: पंजाब में कांग्रेस पार्टी की गुटाबाजी दिल्ली दरबार के चौखट पर पंहच चुकी है। सूबे में आगामी कुछ महीनों में ही होने वाले विधान सभा चुनाव के पहले पार्टी के दो बड़े नेताओं की आपसी जंग ने पार्टी आलाकमान के माथे पर पसीना ला दिया है। नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच सुलह करवाने के लिए पार्टी आलाकमान तक को बीच में आना पड़ा। नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री कैप्टन के खिलाफ मोर्च खोला हुआ है। इसी विवाद के बीच नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की। सिद्धू ने इस मुलाकात की तस्वीर अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा, ‘प्रियंका गांधी वाड्रा जी के साथ लंबी बैठक हुई।’
Had a long meeting with @priyankagandhi Ji 🙏🏼 pic.twitter.com/Wd4FYXFrhr
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) June 30, 2021
वहीं बीते मंगलवार को खबर सामने आई थी कि नवजोत सिंह सिद्धू, राहुल गांधी से मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि राहुल गांधी ने साफ कहा कि आज के लिए कोई बैठक निर्धारित नहीं है। उन्होंने कहा, “कोई मुलाकात नहीं।” हालांकि सिद्धू की ओर से अभी कोई बयान नहीं आया है।
पिछले हफ्ते पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़, वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल, सांसद प्रताप सिंह बाजवा और मनीष तिवारी ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी और उन्हें राज्य कांग्रेस में बढ़ती अंदरूनी कलह के बाद की स्थिति से अवगत कराया था।
अब सवाल यही है कि क्या इस मुलाकात के बाद पंजाब कांग्रेस में चल रहा विवाद सुलझेगा? कुछ दिन पहले ही राज्य में पार्टी के अंदर बवाल को लेकर एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। इस समिति की तरफ से राज्य के सीएम अमरिंदर समेत सभी प्रमुख नेताओं के साथ लंबी चर्चा कर कांग्रेस आलाकमान को रिपोर्ट दी गई थी।