लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में अब अपराधियों और सिग्नल तोड़ने वालों की खैर नहीं। अब ऐसे लोग प्रशासन की नजर से नहीं बच पाएंगे, क्योंकि इन पर लगाम लगाने के लिए बड़ी तैयारी की गई है। बता दें कि लखनऊ में वर्तमान में 700 सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे हैं, जिससे पूरे शहर की निगरानी हो रही है, लेकिन अब इन सीसीटीवी कैमरों की संख्या को बढ़ाया जाएगा।
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में अब अपराधियों और सिग्नल तोड़ने वालों की खैर नहीं। अब ऐसे लोग प्रशासन की नजर से नहीं बच पाएंगे, क्योंकि इन पर लगाम लगाने के लिए बड़ी तैयारी की गई है। बता दें कि लखनऊ में वर्तमान में 700 सीसीटीवी कैमरे (CCTV Cameras) काम कर रहे हैं, जिससे पूरे शहर की निगरानी हो रही है, लेकिन अब इन सीसीटीवी कैमरों (CCTV Cameras) की संख्या को बढ़ाया जाएगा।
शहर में लगभग 300 नए सीसीटीवी कैमरे (CCTV Cameras) हर कोने पर लगाए जाएंगे, ताकि शहर के हर एक पल को कैमरे में कैद किया जा सके और राजधानी को अपराध मुक्त किया जा सके। इसको लेकर मंडलायुक्त रोशन जैकब ने निर्देशित किया कि व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम, सर्विलांस कैमरा, पोल फाउंडेशन, कमांड कंट्रोल सिस्टम, पावर कनेक्शन और नेटवर्क सिस्टम सभी उपकरण 24×7 काम करें।
जल्द लगाए जाएंगे कैमरे
मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब (Divisional Commissioner Dr. Roshan Jacob) ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि शहर में सर्विलांस, सुरक्षा और अन्य सुविधाओं के दृष्टिगत कैमरों की संख्या में बढ़ोतरी करते हुए कंट्रोल रूम से जोड़ा जाए। संबंधित अधिकारियों द्वारा बताया गया कि 700 सर्विलांस कैमरे अभी लखनऊ के अलग-अलग हिस्सों में काम कर रहे हैं. 300 सर्विलांस कैमरे लगाए जाने बाकी हैं। इस पर कमिश्नर ने सर्विलांस कैमरे लगाने में तेजी लाने का निर्देश दिए हैं। मंडलायुक्त ने निर्देश दिया कि कमांड सेंटर का संचालन सही ढंग से होता रहे।
यहां से होगी निगरानी
बैठक के दौरान मंडलायुक्त ने कहा कि हॉस्पिटल, पेट्रोल टंकी, होटल,पार्क और पार्किंग पर भी लगे सभी कैमरों को कमांड सेंटर से जोड़ दिया जाए, ताकि इन जगहों की भी निगरानी की जा सकें।