Chandrayaan 3 : चांद पर चंद्रयान 3 (Chandrayaan-3) की सकुशल लैडिंग के बाद पूरा देश डूबा जश्न में हुआ है। इसी कड़ी में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने भी अपनी खुशी जाहिर की है। उन्होंने अपनी खुशी का इजहार करते हुए इसरो के चेयरमैन डॉ एस सोमनाथ (ISRO chief Dr.S. Somnath) को बधाई वाली चिट्ठी भेजी है।
Chandrayaan 3 : चांद पर चंद्रयान 3 (Chandrayaan-3) की सकुशल लैडिंग के बाद पूरा देश डूबा जश्न में हुआ है। इसी कड़ी में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने भी अपनी खुशी जाहिर की है। उन्होंने अपनी खुशी का इजहार करते हुए इसरो के चेयरमैन डॉ एस सोमनाथ (ISRO chief Dr.S. Somnath) को बधाई वाली चिट्ठी भेजी है।
इसरो के चेयरमैन सोमनाथ (ISRO chief S. Somnath) को लिखे अपने पत्र में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने लिखा कि इस शानदार कामयाबी से मैं बहुत रोमांचित हूं। यह सभी भारतीयों के लिए बड़े गर्व की बात है, खासकर युवा पीढ़ी के लिए। मैं इस सफलता के लिए इसरो की पूरी टीम को बधाई देती हूं।
क्या लिखा सोनिया गांधी ने?
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने आगे कहा कि इसरो की अद्वतीय क्षमता विगत दशकों में विकसित हुई है। साठ के दशक से ही आत्मनिर्भरता का इसकी कामयाबी में अहम योगदान रहा है। मैंने यह पत्र आपको यह बताने के लिए लिखा है कि कल शाम इसरो की शानदार उपलब्धि से मैं कितनी रोमांचित हूं।
उन्होंने आगे कहा कि इसरो (ISRO) की उत्कृष्ट क्षमताएं कई दशकों से विकसित हो रही हैं। इसमें सभी का उल्लेखनीय योगदान रहा है। इसने हमेशा सामूहिक प्रयास की भावना को प्रेरित किया है. कांग्रेस नेता ने लिखा कि पूरी इसरो बिरादरी को शुभकामनाएं देती हूं। इस महत्वपूर्ण अवसर पर इस टीम का प्रत्येक सदस्य बधाई का पात्र हैं।
चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग
बुधवार 23 अगस्त की शाम 6 बजे से सारे देश की धड़कने बढ़ गईं थीं, जब चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर चंद्रयान 3 लैंड करने वाला था। जैसे ही उसकी सॉफ्ट लैडिंग हुई पूरे देश में जश्न मनना शुरू हो गया था। भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि थी। पूरी दुनिया की नजरें भी चंद्रयान 3 पर थीं। भारत चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर सॉफ्ट लैंड करने वाला पहला देश भी बन गया। इसके साथ ही चांद पर सॉफ्ट लैडिंग करने वालों में भारत चौथा देश भी बन गया है। भारत के पहले चीन, अमेरिका और पूर्व का यूएसएसआर चांद पर सॉफ्ट लैडिंग कर चुके हैं।