केरल से भाजपा के पहले सांसद और केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी (Union Minister Suresh Gopi) ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) को मदर ऑफ इंडिया (Mother of India) बताया है। साथ ही केरल के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों कांग्रेस के के. करुणाकरण (Congress' K. Karunakaran) और लेफ्ट के ईके नयनार (Left's EK Nayanar) को अपना राजनीतिक गुरु कहा।
नई दिल्ली। केरल से भाजपा के पहले सांसद और केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी (Union Minister Suresh Gopi) ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) को मदर ऑफ इंडिया (Mother of India) बताया है। साथ ही केरल के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों कांग्रेस के के. करुणाकरण (Congress’ K. Karunakaran) और लेफ्ट के ईके नयनार (Left’s EK Nayanar) को अपना राजनीतिक गुरु कहा।
गोपी 12 जून को पुन्नकुन्नम स्थित करुणाकरण के स्मारक स्थल मुरली मंदिरम गए थे। यहां मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) को मैं मदर ऑफ इंडिया (Mother of India) मानता हूं। गोपी ने मीडिया से कहा- मैं अपने राजनीतिक गुरु को श्रद्धांजलि देने आया हूं। वो एक साहसी मुख्यमंत्री थे। उनके दौरे का कोई राजनीतिक अर्थ न निकाला जाए।
गोपी त्रिशूर से BJP के सांसद हैं। उन्होंने यहां से CPI के सुनील कुमार को 75 हजार वोटों से हराया है। दिलचस्प बात यह है कि इसी सीट से करुणाकरण के बेटे के. मुरलीधरन भी चुनाव लड़ रहे थे। हालांकि वे तीसरे स्थान पर रहे।
सुरेश गोपी मार्क्सवादी नेता नयनार के गए घर
गोपी ने बताया कि नयनार और उनकी पत्नी शारदा टीचर की तरह ही उनके करुणाकरण और उनकी पत्नी कल्याणीकुट्टी अम्मा के साथ भी अच्छे संबंध थे। इसलिए वे कन्नूर में नयनार के घर जाकर उनके परिवार के सदस्यों से मिले। उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि करुणाकरण को केरल में कांग्रेस का पिता बताना राज्य में पार्टी के संस्थापकों का अनादर नहीं है। उन्होंने 2019 में भी मुरली मंदिरम जाने की इच्छा जताई थी। लेकिन तब उनकी बेटी पद्मजा वेणुगोपाल ने राजनीतिक कारणों से उन्हें जाने नहीं दिया था। पद्मजा हाल ही में भाजपा में शामिल हुई हैं।
शपथ से पहले मंत्री पद छोड़ने के बयान
9 जून को मोदी मंत्रिमंडल में सुरेश गोपी (Union Minister Suresh Gopi) को राज्य मंत्री बनाया गया। दूसरे दिन उन्हें पर्यटन एवं पेट्रोलियम मंत्रालय का काम दिया गया। एक मलयालम टीवी चैनल ने गोपी के हवाले से दावा किया कि वे मंत्री नहीं बनना चाहते। वे सिर्फ एक सांसद के तौर पर काम करना चाहते हैं।चैनल ने बताया था कि एक्टर से राजनेता बने गोपी ने लोकसभा चुनाव जीतने के बाद कहा था कि वे फिल्म इंडस्ट्री नहीं छोड़ेंगे क्योंकि एक्टिंग उनका जुनून है। उनके पास पहले से ही कुछ फिल्म प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं।
हालांकि गोपी ने सोशल मीडिया पोस्ट पर इस दावे को गलत बताया था। सुरेश ने X पर लिखा- कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म गलत खबर फैला रहे हैं कि मैं मोदी सरकार के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने जा रहा हूं। यह पूरी तरह गलत है। मोदी जी के नेतृत्व में हम केरल के विकास और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं।