Navami Puja : लौंग, धार, लपसी, पूड़ी, बेरहीन, रासियाव, दवना मड़ुआ, कराह, कपूर, मिट्टी के पात्र जैसे कि कड़ाही, घड़ा, पतुकी, मेटिया, हांडी। नए गेंहू को अतिपवित्र तरीके से धो कर उनसे तैयार आटा। चैत्र शुक्ल पक्ष की रात में देवकुल के समक्ष केले के पत्ते पर नौ मां स्वरुप