नई दिल्ली। भाषा को किसी मजहब के बंधन में नहीं बांधा जा सकता है। इसको कोई भी और कहीं भी पढ़-लिख सकता है। जी हां अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के संस्कृत विभाग (Sanskrit Department) में ये बात बिल्कुल अक्षरश: 100 फीसदी सच साबित हो रही है । यहां मुस्लिम विद्यार्थी
