यूपी की योगी सरकार में राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला थाना प्रभारी को छह बार फोन करने के बावजूद न उठाने से नाराज दिखीं। उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी जब मंत्री का फोन नहीं उठाते आम आदमी की क्या सुनते होंगे?
कानपुर। यूपी की योगी सरकार में राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला थाना प्रभारी को छह बार फोन करने के बावजूद न उठाने से नाराज दिखीं। उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी जब मंत्री का फोन नहीं उठाते आम आदमी की क्या सुनते होंगे?
उन्होंने यह भी कहा कि जब वह पहुंचीं तब वहां एक महिला भी फरियाद लेकर पहुंची थी, लेकिन उसकी भी नहीं सुनी गई और वह चली गई। हमारे कार्यकर्ता को इतनी बुरी तरह से पीटा गया, लेकिन थाना प्रभारी किसी का फोन तक उठा रहे। उन्हें मजबूरी में थाने आना पड़ा। इसलिये कार्रवाई जरूर होनी चाहिए।
राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने एडीसीपी साउथ महेश कुमार से कहा कि महिला सुरक्षा की बातें थाना परिसर में सिर्फ लिखी भर हैं। जिस तरह की कार्यप्रणाली पुलिस की है उससे साफ है कि सब हवा हवाई है।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा अधिकारी देवदत्त मिश्रा से थाना प्रभारी राजेश कुमार शर्मा को सबसे पहले शाम पांच बजकर 48 मिनट पर, फिर 5:50 बजे दो बार और इसके बाद 5:52 पर फोन करवाया, लेकिन काल रिसीव नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने 6:34 बजे और 6:57 बजे फिर फोन करवाया, लेकिन उन्होंने नहीं उठाया। जब पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी ने पुलिस आयुक्त को फोन किया तो उनके पीआरओ ने फोन उठाया।
राज्य मंत्री पहुंचीं तब दर्ज हुई रिपोर्ट
गेस्ट हाउस में पिटाई से घायल भाजपा कार्यकर्ता महेश तिवारी ने जैसे-तैसे अपने बेटे हेमंत को सूचना दी तो वह स्वजन संग मौके पर पहुंचे। इसके बाद अनिल शुक्ला वारसी को सूचना दी और थाने पहुंचे।
आरोप है कि पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की, जिस पर बेटे ने थाने का वीडियो बनाया। इसके बाद महेश ने राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला को इसकी सूचना दी। वह जब थाने पहुंच गई तो एडीसीपी साउथ महेश कुमार ने घायल महेश तिवारी को मेडिकल के लिए भेजकर आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए।