मदरसे में तैनात शाहजहाँ एडमिशन सैल इन्चार्ज व रहनुमा प्रधानाचार्या और अन्य स्टाफ ने मेरी पत्नी को मदरसे में नहीं घुसने दिया और कहा कि पहले इसका वर्जिनिटी सर्टिफिकेट लेकर आओ, जब मेरी पत्नी ने कहा कि मेरी बेटी नाबालिग है
मुरादाबाद:- मदरसे में छात्रा के परिजनों से वर्जिनिटी सर्टिफिकेट मांगे जाने के मामले ने जोर पकड़ लिया है. पर्दाफाश न्यूज पर खबर प्रकाशित होने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर एक व्यक्ति की गिरफ्तारी कर ली हैं. अब प्रशासन ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दी है. शनिवार को जिला अधिकारी के निर्देश पर एसडीएम सदर राममोहन मीणा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम मदरसे पहुंची और विस्तृत जांच की. जांच टीम में एसडीएम सदर के अलावा जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) देवेंद्र कुमार पांडेय और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी दिलीप कुमार (संभल) शामिल थे. अधिकारियों ने मदरसे जामिया असानुल बनात गर्ल्स का निरीक्षण किया और प्रबंध तंत्र से पूछताछ की.

मदरसे के सचिव अरबाब शम्सी ने टीम को मदरसे से संबंधित दस्तावेज दिखाए. जांच में यह सामने आया कि मदरसे परिसर में जैविक कन्या इंटर कॉलेज, एआईए एजुकेशनल सोसाइटी और एआईए दावा एकेडमी नाम से तीन संस्थाएं संचालित हैं. अधिकारियों ने बताया कि सभी संस्थाओं के कागजात की जांच की जा रही है. दस्तावेजों की सत्यता और संस्था की मान्यता की स्थिति स्पष्ट होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. जांच टीम देर शाम तक मदरसे में मौजूद रही. जिला प्रशासन का कहना है कि किसी भी छात्रा या परिजन के साथ अनुचित व्यवहार या जबरन दस्तावेज मांगने की शिकायत गंभीर मामला है. यदि आरोप सत्य पाए जाते हैं तो संस्थान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

एसपी सिटी ने दी जानकारी:-
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने मामले की जांच की गयी तो यह मामला सही पाया गया क्यूंकि प्रबंधक कमेटी और मदरसा स्टाफ से जब अलग अलग पूछताछ की गयी तो सब के बयान अलग अलग थे. इसी के आधार पर शाहजहाँ जो एडमिशन सैल इन्चार्ज हैं उसकी गिरफ्तारी की गयी हैं. रहनुमा प्रधानाचार्या और अन्य स्टाफ गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा हैं. आगे की जांच की के लिए सम्बंधित विभाग जांच के लिए मदरसे पर पहुंची हैं.
क्या हैं पूरा मामला :-
चंडीगढ़ के रहने वाले एक व्यक्ति ने अपनी बेटी दाखिला 2024 में कक्षा 7 में मुरादाबाद जनपद के पाकबड़ा थाना क्षेत्र में लोधीपुर राजपूत सीएनजी पम्प के सामने जामिया असानुल बनात गर्ल्स मदरसे में कराया था. पिता अपनी बेटी को छुटिटयों पर मदरसे से लेकर व वापस मदरसे छोड़कर जाता था. इसी वर्ष 2025 में बेटी ने कक्षा 7 की परीक्षा उर्तीण की है तथा कक्षा 8 में आयी थी. जामिया मदरसा प्रबंध कमेटी ने प्रार्थी से करीब 35,000 रूपये जमा करा लिये थे. पीड़ित की ससुराल इलाहाबाद में रिश्तेदार के बीमार होने की खबर को मिली तो पीड़ित की पत्नी ससुराल चली गयी तथा यह कहकर गयी थी कि बेटी को मदरसे से कुछ दिन की छुटटी लेकर घर बुला लाना जिससे घरेलू काम व खाना आदि की कोई परेशानी ना हो. 16 जुलाई को अपनी बेटी को मदरसे से घर लेकर आ गया. 21 अगस्त को जब पीड़ित की पत्नी अपने मायके से घर आयी और बेटी को छोड़ने मदरसे गयी तो वहाँ पर मदरसे में तैनात शाहजहाँ एडमिशन सैल इन्चार्ज व रहनुमा प्रधानाचार्या और अन्य स्टाफ ने मेरी पत्नी को मदरसे में नहीं घुसने दिया और कहा कि पहले इसका वर्जिनिटी सर्टिफिकेट लेकर आओ, जब मेरी पत्नी ने कहा कि मेरी बेटी नाबालिग है और मेडिकल का विरोध किया तो शाहजहाँ एडमिशन सैल इन्चार्ज व रहनुमा प्रधानाचार्या अन्य स्टाफ ने मेरी पत्नी को गन्दी गन्दी गालियाँ दी एवं उसके साथ अभद्र व्यवहार किया और मदरसे से धक्के देकर बाहर निकाल दिया और कहा कि अगर दोवारा अपनी पुत्री को मदरसे लायी तो इसका अन्जाम बुरा होगा. मेरी की बेटी की जबरदस्ती टीसी कटवाने का दवाब बनाया तथा टीसी के नाम पर 500 रूपये भी हड़प लिये और ना ही टीसी दी और कहां की तुम्हारी बेटी को मदरसे में दोवारा घुसने नहीं देगें. मदरसा प्रबंधक मेरी बेटी के चरित्र पर गन्दे आरोप लगा रहे हैं. मानसिक रूप से टूटा परिवार, एसएसपी को सौंपी तहरीर घटना से आहत परिवार ने तुरंत मुरादाबाद एसएसपी सतपाल अंतिल को तहरीर देकर मदरसा प्रबंधन पर छात्रा के सम्मान और अधिकारों का हनन करने, अभद्रता करने और मानसिक उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया थे.
सुशील कुमार सिंह
मुरादाबाद