HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. देश के एससी, एसटी व ओबीसी के प्रति कांग्रेस व भाजपा सरकारों का रवैया उदारवादी रहा: मायावती

देश के एससी, एसटी व ओबीसी के प्रति कांग्रेस व भाजपा सरकारों का रवैया उदारवादी रहा: मायावती

मायावती ने एक्स पर लिखा कि, सामाजिक उत्पीड़न की तुलना में राजनीतिक़ उत्पीड़न कुछ भी नहीं। क्या देश के ख़ासकर करोड़ों दलितों व आदिवासियों का जीवन द्वेष व भेदभाव-मुक्त आत्म-सम्मान व स्वाभिमान का हो पाया है। अगर नहीं तो फिर जाति के आधार पर तोड़े व पछाड़े गए इन वर्गों के बीच आरक्षण का बंटवारा कितना उचित?

By शिव मौर्या 
Updated Date

लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने आरक्षण को सुप्रीम कोर्ट के दिए गए फैसले पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा, क्या देश के ख़ासकर करोड़ों दलितों व आदिवासियों का जीवन द्वेष व भेदभाव-मुक्त आत्म-सम्मान व स्वाभिमान का हो पाया है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और भाजपा को घरेते हुए कहा कि, इनकी एससी-एसटी व ओबीसी लेकर इन दोनों दलों का रवैया उदारवादी रहा है सुधारवादी नहीं।

पढ़ें :- टालेंगे तो और भी बुरा हारेंगे...यूपी उपचुनाव की तारीखों में बदलाव पर अखिलेश यादव का भाजपा सरकार पर निशाना

मायावती ने एक्स पर लिखा कि, सामाजिक उत्पीड़न की तुलना में राजनीतिक़ उत्पीड़न कुछ भी नहीं। क्या देश के ख़ासकर करोड़ों दलितों व आदिवासियों का जीवन द्वेष व भेदभाव-मुक्त आत्म-सम्मान व स्वाभिमान का हो पाया है। अगर नहीं तो फिर जाति के आधार पर तोड़े व पछाड़े गए इन वर्गों के बीच आरक्षण का बंटवारा कितना उचित?

उन्होंने आगे लिखा कि, देश के एससी, एसटी व ओबीसी बहुजनों के प्रति कांग्रेस व भाजपा दोनों ही पार्टियों/सरकारों का रवैया उदारवादी रहा है सुधारवादी नहीं। वे इनके सामाजिक परिवर्तन व आर्थिक मुक्ति के पक्षधर नहीं वरना इन लोगों के आरक्षण को संविधान की 9वीं अनुसूची में डालकर इसकी सुरक्षा जरूर की गयी होती।

 

पढ़ें :- जम्मू-कश्मीर विधानसभा का सत्र कल से शुरू, सदन में गूजेंगे ये मुद्दे,अब्दुल्ला सरकार को घेरने को BJP तैयार
इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...