उत्तराखंड के चमौली में स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए चार दिनो बाद यानी 19 नवंबर को बंद कर दिये जायेगें। इसके लिए मंगलवार से धाम पर तैयारी और प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। मंगलवार यानी आज धाम पर पूजा अर्चना के बाद विधि विधान से पहले गणेश मंदिर के कपाट को बंद किया जायेगा।
उत्तराखंड के चमौली स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए चार दिनो बाद यानी 19 नवंबर को बंद कर दिये जायेगें। इसके लिए मंगलवार से धाम पर तैयारी और प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। मंगलवार यानी आज धाम पर पूजा अर्चना के बाद विधि विधान से पहले गणेश मंदिर के कपाट को बंद किया जायेगा।
अब तक 17 लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों ने किये दर्शन
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ के अनुसार 19 नवंबर को दोपहर 3.35 मिनट पर बदरीनाथ धाम के कपाट को शीतकाल के लिये बंद कर दिया जायेगा। बताया गया है कि अभी तक 17 लाख 34 हजार से अधिक तीर्थ यात्री दर्शन कर चुकें है। मंगलवार को पहले पूजा अर्चना के बाद गणेश मंदिर के कपाट बंद होगे और इसके बाद आदि केदारेश्वर और लक्ष्मी मंदिर के कपाट विधि विधान से बंद किये जायेंगे। बदरीनाथ धाम के कपट बंद होने के बाद नृसिंह मंदिर जोशीमठ और योग ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर में बदरीनाथ की शीतकालीन पूजांये होंगी। बदरीनाथ के कपाट बंद होने के अवसर पर चमौली जिले में 19 नवंबर को अवकाश घोषित किया गया है। सभी स्कूलो, सरकार और अर्धसरकारी कार्यालय बंद रहेंगे।