उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) गठबंधन को करारी हार मिली थी। इस हार के बाद से गठबंधन के अंदर दरार देखने को मिलने लगी थी। इस बीच समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने गठबंधन दलों की बैठक बुलाई लेकिन इस बैठक में प्रसपा के प्रमुख शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) नहीं पहुंचे। वो इस दौरान इटावा में मौजूद थे और भागवत कथा सुन रहे थे।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) गठबंधन को करारी हार मिली थी। इस हार के बाद से गठबंधन के अंदर दरार देखने को मिलने लगी थी। इस बीच समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने गठबंधन दलों की बैठक बुलाई लेकिन इस बैठक में प्रसपा के प्रमुख शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) नहीं पहुंचे। वो इस दौरान इटावा में मौजूद थे और भागवत कथा सुन रहे थे।
इसकी तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस तस्वीर के आने के बाद कहा जाने लगा है कि चाचा-भतीजे में फिर से दूरी हो गयी है। दरअसल, ये मामला तब और बढ़ा जब सपा विधानमंडल का चुनाव हुआ और उसमें शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) को नहीं बुलाया गया। इसके बाद से ही शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने सवाल खड़े करने शुरू कर दिए।
उन्होंने कहा था कि बड़े भाई मुलायम सिंह यादव के कहने पर उन्होंने अपनी पार्टी कुर्बान करके सपा के साथ गठबंधन किया था। इसके बाद भी उनके साथ ऐसा किया गया। बता दें कि, सपा की तरफ से आज ही चार दलों के नेताओं को न्योता भेजा गया है। ट्विटर अखिलेश यादव के हवाले से जारी न्योते में शिवपाल सहित चार नेताओं के नाम हैं।