असम की हिमंता विस्वा सरमा सरकार (Himanta Biswa Sarma Government of Assam) ने आतंकी कनेक्शन (Terrorist Connection) को लेकर पिछले दिनों तीन मदरसे ढहा चुकी है। अब अमस में एक और मदरसा (Madrassa) गिरा दिया गया है हालांकि इसमें प्रशासन को कोई हाथ नहीं है।
नई दिल्ली। असम की हिमंता विस्वा सरमा सरकार (Himanta Biswa Sarma Government of Assam) ने आतंकी कनेक्शन (Terrorist Connection) को लेकर पिछले दिनों तीन मदरसे ढहा चुकी है। अब अमस में एक और मदरसा (Madrassa) गिरा दिया गया है हालांकि इसमें प्रशासन को कोई हाथ नहीं है। इस बार मदरसे में चल रही जिहादी गतिविधियों के विरोध में जनता का गुस्सा फूटा है और स्थानीय लोगों ने इसे ढहा दिया है। यह घटना गोपालपाड़ा जिले (Gopalpara District) के पखिउरा चार की है। असम पुलिस (Assam Police) के सीपीआरओ (CPRO) के मुताबिक इस मदरसे में दो बांग्लादेशी (Bangladeshi) रहते थे और वे जिहादी अजेंडा चलाते थे। ये दोनों ही फरार हैं।
असम में चौथा मदरसा जमींदोज हुआ है। इस मदरसे को चलाने वाले मौलवी जलालुद्दीन शेख (Maulvi Jalaluddin Sheikh) को कुछ दिन पहले राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बताया जा रहा है कि शेख ने ही बांग्लादेशी नागरिकों (Bangladeshi citizens) को शिक्षक के रूप में नियुक्त किया था। ये दोनों ही अल-कायदा भारतीय उपमहाद्वीप और अंसारुलल्लाह बांग्ला टीम (Ansarullah Bangla Team) के सदस्य थे।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक लोगों में जिहादी गतिविधियों के खिलाफ गुस्सा था। इसी गुस्से में न केवल मदरसा ढहाया बल्कि साथ में बना मकान भी ढहा दिया। बता दें कि बीते दिनों असम सरकार (Government of Assam) ने मोरीगांव, बारपेटा और बोंगाईगांव जिले (Bongaigaon District) में तीन मदरसों पर बुलडोजर चलाया था।
डीजीपी ने इस्लामिक संगठनों से मांगी है मदद
असम सरकार (Government of Assam) आतंकी गतिविधियों के खिलाफ सख्ती से पेश आ रही है। बीते तीन महीनों में लगभग 37 गिरफ्तारियां की गई हैं। अब असम के पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योंति महंद (Assam Director General of Police Bhaskar Jyothi Mahend) ने इस्लामी संगठनों से मुलाकात कर उनसे भी आतंकी के खिलाफ मुहिम में साथ देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि बिना इस्लामी संगठनों के सहयोग के एबीटी और अल-कायदा के आतंकियों (Al-Qaeda Terrorists) को पकड़ना आसान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कई आतंकी शिक्षक बनकर मदरसों में घुस गए हैं और अपने नापाक मनसूबे भुनाने में लगे हैं।
ग्वालपाड़ा के एसपी वीवी राकेश रेड्डी (Gwalpara SP VV Rakesh Reddy) ने बताया कि स्थानीय लोगों ने खुद आगे आकर मदरसा तोड़ दिया। इसमें सरकार का कोई हाथ नहीं था। यहां के लोग भी हैरान थे कि जो जिहादी गिरफ्तार किए गए हैं वे मदरसे में पढ़ाते थे। लोगों ने ऐसा करके कड़ा संदेश दिया है कि वे जिहादी गतिविधियों का समर्थन कतई नहीं करेंगे।