अगर आप बड़ी मुश्किल से किसी चीज को याद रख पाते हैं, तो पुदीने की चाय पीजिए क्योंकि एक शोध में पता चला है कि पुदीने की चाय स्वस्थ वयस्कों की याददाश्त लंबी अवधि के लिए सुधार सकती है। इस शोध के लिए अध्ययनकर्ताओं ने 180 प्रतिभागियों को पुदीने की चाय, कैमोमिल (बबूने का फूल) की चाय और गर्म पानी का सेवन कराया था।
नई दिल्ली: भारत देश में अमृतमय खाद्य पदार्थों की कमी नहीं है। भारत की धरती माता हमें समय समय पर ऐसे फल और सब्जियां देती रहती है जो हमारे शरीर के लिए अमृत का काम करते हैं। इन पदार्थो के नियमित इस्तेमाल से बिमारियां तो कम होगी ही बल्कि आने वाली बिमारियों से बचा भी जा सकता है।
आयुर्वेद की दुनिया में एक सर्वश्रेष्ट पदार्थ है पुदीना जिसका इस्तेमाल कर आप कई समस्या से आसानी से छुटकारा पा सकतें हैं। पुदीना एक ऐसा ही खाद्य पदार्थ है, जिसका गर्मियों में नियमित सेवन करने से शरीर को अनेकों लाभ होते हैं आइये जानतें पुदीना खाने के फायदे हमने खोज निकाले है, जो इस प्रकार है…
अगर आप बड़ी मुश्किल से किसी चीज को याद रख पाते हैं, तो पुदीने की चाय पीजिए क्योंकि एक शोध में पता चला है कि पुदीने की चाय स्वस्थ वयस्कों की याददाश्त लंबी अवधि के लिए सुधार सकती है। इस शोध के लिए अध्ययनकर्ताओं ने 180 प्रतिभागियों को पुदीने की चाय, कैमोमिल की चाय और गर्म पानी का सेवन कराया था।
शोध के परिणामों से पता चला है कि कैमोमिल और गर्म पानी का सेवन करने वालों की तुलना में जिन प्रतिभागियों ने पुदीने की चाय का सेवन किया था, उनकी दीर्घकालिक स्मरणशक्ति और सतर्कता में महत्वपूर्ण सुधार देखे गए। वहीं कैमोमिल चाय का सेवन करने वाले प्रतिभागियों में पुदीने की चाय और गर्म पानी का सेवन करने वाले प्रतिभागियों की तुलना में स्मृति और एकाग्रता की क्षमता में कमी महसूस की गई।
पेट और गैस से सम्बंधित बीमारियों में पुदीना रामबाण का काम करता है। इसकी चटनी और शरबत पीने से पेट में ठंढक पहुँचती है और लीवर में इकठ्ठा जहरीला पदार्थ बाहर आ जाता है। इसको नियमित खाते रहने से पाचन शक्ति बढ़िया हो जाती है। पुदीने के तेल की पेट पर मालिश करने से भी गैस और पेट दर्द में आराम मिलता है।
पुदीने का तेल लगाने से सिरदर्द में तुरंत लाभ मिलता है। आयुर्वेदिक तेलों में इसका बहुत इस्तेमाल किया जाता है। इसका तेल बालों और शरीर की त्वचा के लिए बहुत बढ़िया होता है।
नियमित रूप से पुदीना खाने से शरीर का हीमोग्लोबिन बढ़ने लगता है। वैसे भी हरी साग सब्जियां खून बढाने में रामबाण का काम करती हैं।
नियमित रूप से पुदीना खाने वालों को सांस की घरघराहट और सरसराहट जैसी बिमारियों से फायदा मिलता है। पुदीने के तेल की छाती पर मालिस करने से छाती का दर्द भी सही होता है। आयुर्वेदिक सीरप में पुदीने का जमकर इस्तेमाल किया जाता है। अस्थमा में भी लाभ मिलता है।