राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, कुछ साल पहले नरेंद्र मोदी जी ने हिन्दुस्तान के पॉलिटिकल फाइनेंस के सिस्टम को साफ करने की बात की और इलेक्टोरल बॉन्ड लेकर आए। लेकिन अब इलेक्टोरल बॉन्ड की सच्चाई देश के सामने है। नरेंद्र मोदी जी ने जो इलेक्टोरल बॉन्ड का कॉन्सेप्ट रखा है, वह दुनिया का सबसे बड़ा 'वसूली का रैकेट' है। ये दुनिया का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार का तरीका है। इसमें CBI, ED, IT से दबाव बनाकर वसूली की जाती है।
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने गुरुवार को इलेक्टोरल बॉन्ड के आंकड़े सार्वजनिक कर दिए। इन आंकड़ों के सार्वजनिक होने के बाद सियासी तापमान बढ़ गया है। अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर भाजपा सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि, नरेंद्र मोदी जी ने जो इलेक्टोरल बॉन्ड का कॉन्सेप्ट रखा है, वह दुनिया का सबसे बड़ा ‘वसूली का रैकेट’ है।
राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, कुछ साल पहले नरेंद्र मोदी जी ने हिन्दुस्तान के पॉलिटिकल फाइनेंस के सिस्टम को साफ करने की बात की और इलेक्टोरल बॉन्ड लेकर आए। लेकिन अब इलेक्टोरल बॉन्ड की सच्चाई देश के सामने है। नरेंद्र मोदी जी ने जो इलेक्टोरल बॉन्ड का कॉन्सेप्ट रखा है, वह दुनिया का सबसे बड़ा ‘वसूली का रैकेट’ है। ये दुनिया का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार का तरीका है। इसमें CBI, ED, IT से दबाव बनाकर वसूली की जाती है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, इलेक्टोरल बॉन्ड स्कैम से जुड़े लोगों को सोचना चाहिए कि कभी न कभी BJP की सरकार बदलेगी। इसके बाद ऐसी कार्रवाई होगी कि ये फिर कभी नहीं होगा। ये मेरी गारंटी है। इलेक्टोरल बॉन्ड से बड़ा कोई भ्रष्टाचार नहीं हो सकता। PM मोदी ने देश की सभी एजेंसियों को भ्रष्टाचार करने में लगा दिया है।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि, इलेक्टोरल बॉन्ड से बड़ा कोई भ्रष्टाचार नहीं हो सकता। PM मोदी ने देश की सभी एजेंसियों को भ्रष्टाचार करने में लगा दिया है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि, BJP के पास विपक्ष की सरकारें गिराने के लिए पैसा इसी इलेक्टोरल बॉन्ड से आ रहा हैं।PM मोदी ने पूरे सिस्टम को ‘वसूली का सिस्टम’ बना दिया है। आज ED, CBI, IT जांच नहीं करती, मोदी सरकार के लिए वसूली करती है।
उन्होंने आगे कहा कि, BJP ने देश की सारी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है। यह एक राष्ट्र विरोधी काम है, जिसे बहुत बड़े स्तर पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, अगर ये सभी एजेंसियां अपना काम कर रही होतीं, तो ऐसे हालात नहीं बनते।