महाराष्ट्र में महायुति को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रहीं थीं। बुधवार दोपहर एकनाथ शिंदे की तरफ से इन सभी कयासों पर विराम लगाते हुए कह दिया कि उनको सीएम पद की कोई लालसा नहीं है। इसके बाद साफ हो गया कि, देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे।
नागपुर। महाराष्ट्र में महायुति को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रहीं थीं। बुधवार दोपहर एकनाथ शिंदे की तरफ से इन सभी कयासों पर विराम लगाते हुए कह दिया कि उनको सीएम पद की कोई लालसा नहीं है। इसके बाद साफ हो गया कि, देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे।
अब महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, हमारी महायुति में कभी भी एक-दूसरे के प्रति कोई अलग मत नहीं रहा है। हमने हमेशा साथ बैठकर निर्णय लिए हैं। कुछ लोगों के मन में जो शंकाएं थीं, उनको दूर करने का काम एकनाथ शिंदे जी ने किया है। जल्द ही हम अपने नेताओं के साथ बैठेंगे और उचित निर्णय लेंगे।
बता दें कि, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम में महायुति को प्रचंड बहुमत हासिल हुआ था। महायुति ने बाजी मारते हुए 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटों पर जीत हासिल की है। इसमें भाजपा ने अकेले 132 सीट, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 और अजित पवार गुट की एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत हासिल की है। महायुति गठबंधन के तीनों घटक दल भाजपा, शिवसेना और एनसीपी क्रमश: राज्य की शीर्ष तीन पार्टियां हैं। इस प्रचंड बहुमत के बाद से ही देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने की अटकलें लगाई जा रहीं थीं।
बता दें कि, महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, मैंने हमेशा एक कार्यकर्ता के तौर पर काम किया है। मैंने कभी खुद को मुख्यमंत्री नहीं माना। CM का मतलब कॉमन मैन होता है, मैंने यही सोचकर काम किया…हमें लोगों के लिए काम करना चाहिए।
एकनाथ शिंदे ने कहा, मेरे मन में सीएम बनने की लालसा नहीं है। पीएम मोदी और अमित शाह जो भी निर्णय लेंगे मुझे मंजूर होगा। सरकार बनाते समय मेरी तरफ से कोई अड़चन नहीं आएगी। मैं चट्टान की तरह साथ खड़ा हूं। भाजपा की बैठक में जो भी निर्णय लिया जाएगा, हमें मंजूर होगा। हमारी तरफ से कोई अड़चन नहीं आएगी। भाजपा का सीएम मुझे मंजूर है।