इस महीने में कुछ लक्षणों और शारीरिक बदलाव देखने को मिलते है। आठवें महीने में गर्भाशय का आकार बढ़ जाता है, जिसकी वजह से कई दिक्कते होती है। क्योंकि आठवें महीने में बच्चा काफी हद तक विकसित हो चुका होता है।
Eighth month of Pregnancy: प्रेगनेंसी का आठवां महीना बहुत अधिक देखभाल वाला होता है। जरा सी लापरवाही बड़ी दिक्कत हो सकती है। ऐसे में महिलाओं को डिलीवरी की घबराहट होने लगती है। खासकर जो महिलाएं पहली बार मां बनने वाली हैं। चिंता और डर लगा रहता है।
इस महीने में कुछ लक्षणों और शारीरिक बदलाव देखने को मिलते है। आठवें महीने में गर्भाशय का आकार बढ़ जाता है, जिसकी वजह से कई दिक्कते होती है। क्योंकि आठवें महीने में बच्चा काफी हद तक विकसित हो चुका होता है।
आठवे महीने में महिलाओं को सांस फूलना, पीठ में दर्द होना, स्तनों में द्रव का रिसाव होना, गर्भाशय की मांसपेशियों में कसाव महसूस होने लगता है और कब्ज की दिक्कत भी हो सकती है।
प्रेगनेंसी (Pregnancy) के आठवें महीने में महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव नजर आने लगते है। आठवें महीने में पेट का आकार पहले बड़ा हो जाता है। बार बार पेशाब लगने जैसा महसूस हो सकती है। इस स्थिती में मूत्राशय पर दबाव अधिक पड़ता है।
जिसकी वजह से बार बार पेशाब महसूस होने लगती है। इसके अलावा नींद कम आना पेट में खिचांव महसूस होना। इस महीने में स्किन पर नसें साफ और उभरी हुई नजर आ सकती है। इसके अलावा सीने में जलन और हाथों और पैरों में सूजन हो सकता है।