बिजली विभाग के मीटर सेक्शन में काम करने वाले तीन दर्जन के करीब आउटसोर्स सविंदाकर्मियों को बिना दो महीने के बकाया वेतन का भुगतान किये कार्यदायी कपंनी के अधिकारियों ने टेंडर खत्म होने की बात कहकर काम से निकाल दिया है। जिसके चलते आउटसोर्स सविंदाकर्मियों के सामने आर्थिक संकट आ गया है।
लखनऊ। बिजली विभाग के मीटर सेक्शन में काम करने वाले तीन दर्जन के करीब आउटसोर्स सविंदाकर्मियों को बिना दो महीने के बकाया वेतन का भुगतान किये कार्यदायी कपंनी के अधिकारियों ने टेंडर खत्म होने की बात कहकर काम से निकाल दिया है। जिसके चलते आउटसोर्स सविंदाकर्मियों के सामने आर्थिक संकट आ गया है।
उनका परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गया। जिसके नाराज कर्मियो ने अधीक्षण अभियंता मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को पत्र लिखकर कार्यदायी कम्पनी से बकाया दो महीने का वेतन दिलाये जाने समेत टेंडर प्रक्रिया के अन्तर्गत पुन कार्य पर रखवाये जाने की मांग की है। आउटसोर्स सविंदाकर्मी सुनील, दिलीप कुमार, सुरेन्द्र कुमार, सतीश सिंह, सुधीर कुमार ने बताया बीते कि नौ वर्षो से मेसर्स वर्ल्ड क्लास सर्विसेज लिमिटेड के माध्यम से बिजली विभाग के मीटर सेक्शन में काम कर रहे थे।
अधीक्षण अभियंता यतेंद्र कुमार ने बताया कि बकाया वेतन भी एक माह में कर दिया जाएगा भुगतान
बिजली विभाग ने आउटसोर्सिंग के तहत तैनात 35 संविदाकर्मियों की सेवा समाप्त होने से नाराज होकर कर्मचारियों ने अमौसी क्षेत्र की इंद्रलोक कॉलोनी स्थित विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता के कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में शामिल रिंकी यादव ने बताया कि पहले पति की संविदा पर तैनाती थी। एक साल पहले बीमारी से उनकी जान चली गई। अब वह घर का एकमात्र सहारा हैं। दो छोटे बच्चे हैं। अधीक्षण अभियंता यतेंद्र कुमार ने बताया कि सेवा प्रदाता कंपनी का टेंडर समाप्त हो गया है। कार्यदायी संस्था की एक महीने की अवधि बढ़ा दी गई है। बकाया वेतन भी एक माह में भुगतान कर दिया जाएगा। परन्तु नौकरी पर रखे जाने का कोई आश्वासन नहीं मिला है। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कर्मचारियों में काफी आक्रोश है जिसको लेकर कर्मचारी प्रदर्शन करने पर मजबूर हैं।