सनातन धर्म में तुलसी को शुद्ध का प्रतीक माना जाता है। मां लक्ष्मी प्रसन्न करने के लिए माता तुलसी की पूजा की जाती है।
Tulsi Miraculous Upay : सनातन धर्म में तुलसी को शुद्ध का प्रतीक माना जाता है। मां लक्ष्मी प्रसन्न करने के लिए माता तुलसी की पूजा की जाती है। तुलसी को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है।धर्मिक मान्यताओं के अनुसार,प्रतिदिन तुलसी के पौधे पर दीपक जलाना चाहिए ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होकर और अपने भक्तों की झोली भरती हैं। तुलसी की पूजा (Tulsi Puja) को लेकर भी कई तरह की बातों का विशेष ध्यान रखा जाता है। कुछ पौधे हैं जिन्हें तुलसी के आस-पास रखना अच्छा नहीं माना जाता है मान्यता है कि कहते हैं इससे मां तुलसी रुष्ट हो जाती हैं। कांटेदार पौधों को भी तुलसी (Tulsi) के आस-पास नहीं रखना चाहिए।
1.शमी के पौधे को तुलसी के पौधे से दूर रखना चाहिए है। कहते हैं शमी के पौधे को कम से कम तुलसी से चार से पांच फीट की दूरी पर रखना चाहिए। शमी का पौधा (Shami Plant) शनिदेव की स्थिति को इंगित करता है। इसलिए इसे तुलसी से दूर रखने की सलाह दी जाती है।
2.कुछ लोगों के घरों में जगह कम होने से लोग तुलसी के पौधे को घर की छत पर रख देते हैं। वास्तु के अनुसार, तुलसी के पौधे को छत पर रखने से अशुभ फल मिलते हैं।
3.तुलसी का पौधा (Tulsi Plant) लगाते समय कुछ वास्तु (Vastu Tips for Tulsi) नियमों का पालन करना जरूरी है। पौधे को साफ-सुथरी जगह पर रखना चाहिए। पौधे के आसपास की जगह खुली होनी चाहिए और पौधा किसी चीज से ढ़का हुआ नहीं होना चाहिए या आसपास गंदी चीजें जैसे पोछा, झाडू आदि नहीं होना चाहिए।