उमेश पाल हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस को हर दिन चौंकाने वाले तथ्य मिल रहे हैं। इसी तथ्य के आधार पर पुलिस आरोपियों पर शिकंजा कस रही है। सूत्रों की माने तो एसटीएफ की पड़ताल में सामने आया कि उमेश की हत्या की योजना बनाने के लिए अतीक, उसका भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता, बेटा असद आपस में व्हाट्सएप ग्रुप कॉल के जरिए बातचीत करते थे।
Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस को हर दिन चौंकाने वाले तथ्य मिल रहे हैं। इसी तथ्य के आधार पर पुलिस आरोपियों पर शिकंजा कस रही है। सूत्रों की माने तो एसटीएफ की पड़ताल में सामने आया कि उमेश की हत्या की योजना बनाने के लिए अतीक, उसका भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता, बेटा असद आपस में व्हाट्सएप ग्रुप कॉल के जरिए बातचीत करते थे।
इसको लेकर अब शूटरों के साथ शाइस्ता भी एसटीएफ के निशाने पर आ चुकी हैं। इसके साथ ही हत्याकांड में शामिल शूटरों के बारे में एसटीएफ को अहम जानकारी मिली है। बताया जा रहा है कि, जांच में सामने आया है कि उमेश पाल की हत्या के बाद असद ने सारे शूटरों के मोबाइल जमा कर लिए थे और उनको नए मोबाइल और सिम दिए थे। उसने सबके मोबाइल पर व्हाट्सएप एक्टिवेट करके इसके जरिए ही संपर्क करने को कहा था।
एसटीएफ की पड़ताल में सामने आया है कि बरेली जेल में 11 फरवरी को अशरफ से असद, शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान, गुड्डू मुस्लिम और गुलाम मिलने गए थे। जेल में अशरफ से मुलाकात के लिए आने वालों को रोका नहीं जाता था। बताया जा रहा है कि बरेली जेल में हुई इस गैरकानूनी मुलाकातों की सीसीटीवी फुटेज प्रयागराज पुलिस को सौंप दी गयी है जिसकी एसटीएफ भी गहराई से छानबीन कर रही है।