यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) के बीच हाल में भाजपा थामने वाली समाजवादी पार्टी (सपा) संरक्षक मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव ने रविवार को कहा कि बहू बेटियों को अब उत्तर प्रदेश में डर नहीं लगता, क्योंकि यहां भाजपा की सरकार है। भाजपा की शान में कसीदे गढ़ते हुये अपर्णा ने कहा कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में जनता ने भाजपा को जिताया, तो असली बदलाव आया क्योंकि भाजपा के पास संकल्प और अच्छी नीयत दोनों थी।
लखनऊ । यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) के बीच हाल में भाजपा थामने वाली समाजवादी पार्टी (सपा) संरक्षक मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव ने रविवार को कहा कि बहू बेटियों को अब उत्तर प्रदेश में डर नहीं लगता, क्योंकि यहां भाजपा की सरकार है।
भाजपा की शान में कसीदे गढ़ते हुये अपर्णा ने कहा कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में जनता ने भाजपा को जिताया, तो असली बदलाव आया क्योंकि भाजपा के पास संकल्प और अच्छी नीयत दोनों थी। बहू बेटियों को अब यहां डर नहीं लगता, क्योंकि यूपी में भाजपा की सरकार है। अपराधी पलायन कर गए हैं। योगी के कार्यकाल में प्रदेश को गुंडाराज, भ्रष्टाचार, दंगाराज से मुक्ति मिली है।
कैबिनेट मंत्री श्री ब्रजेश पाठक व भाजपा नेता श्रीमती अपर्णा यादव की प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता#BJP4UP https://t.co/d1ZXW7bifK
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) January 30, 2022
उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में एक भी घोटाला नहीं हुआ। एक भी दंगा नहीं हुआ, जबकि 47 हजार से ज्यादा भूमाफिया और गुंडे जेल में डाले गये। दो हजार करोड़ रूपये की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चला। युवाओं, नौजवानों को बिना सिफारिश नौकरी मिली।
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) में कांग्रेस के स्लोगन लड़की हूं लड़ सकती हूं पर तंज कसते हुये उन्होंने कहा कि कांग्रेस के टिकट पर केवल यूपी में ही लड़की लड़ सकती है। पंजाब में कांग्रेस की महिला अध्यक्ष भी अब सवाल उठा रही है। वहां महिला कांग्रेस की 12 कार्यकर्ताओं ने टिकट मांगा था लेकिन एक को भी नहीं मिला। प्रियंका जी आप कैसे लड़की को लड़वाएंगी?
इस मौके पर प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि कुछ लोग बदलाव, बदलाव की बात कर रहे हैं। मेरा उनसे सीधा सवाल है उनको बड़ी शिद्दत और उम्मीद से 2012 में कुर्सी पर बिठाया था लेकिन उन्होंने क्या किया। जनता को सब याद है। उन्होंने वादों की पोटली को कचरे के डिब्बे में डाल दिया। उन्होंने एक नई कहानी लिखी जो बदलाव की नहीं बदनाम करने की थी। उत्तर प्रदेश के संसाधनों की लूट की कहानी थी, कहानी युवाओं और नौजवानों की नौकरियों की लूट की थी। कहानी गुंडों, दंगाइयों, बलवाइयों के अत्याचार की थी।
उन्होने कहा कि सपा के कार्यकाल में बलात्कारी को कैबिनेट में बिठाया गया। खनन घोटाला,पेंशन घोटाला,छात्रवृत्ति घोटाला,राशन घोटाला,लैपटॉप घोटाला,शुल्क प्रतिपूर्ति घोटाला,कन्या विद्याधन घोटाला,रिवर फ्रंट घोटाला और नोएडा अथॉरिटी को भी गिरवी रख दिया गया था। इस दौरान मुजफ्फरनगर, सहारनपुर,मथुरा और मऊ दंगों की आंच में झुलसा। लखनऊ में भी दंगाई क्या कर रहे थे? यूपी की जनता नहीं भूली है।