उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रमुख घटक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के बीच गठबंधन नहीं हो पाया है। इससे नाराज जदयू ने मंगलवार को 20 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद खान ने मंगलवार को यूपी चुनाव के लिए 20 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की है। बता दें कि दोनों दलों के बीच गठबंधन नहीं हो पाया है। इस चुनाव में जदयू चाह रही थी कि उसका भाजपा से गठबंधन हो जाए, लेकिन भाजपा ने इस संबंध को कोई बात नहीं की।
पटना । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रमुख घटक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के बीच गठबंधन नहीं हो पाया है। इससे नाराज जदयू ने मंगलवार को 20 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद खान ने मंगलवार को यूपी चुनाव के लिए 20 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की है। बता दें कि दोनों दलों के बीच गठबंधन नहीं हो पाया है। इस चुनाव में जदयू चाह रही थी कि उसका भाजपा से गठबंधन हो जाए, लेकिन भाजपा ने इस संबंध को कोई बात नहीं की।
जदयू की सूची में रोहनिया से सुशील कश्यप, गोसाईगंज से मनोज वर्मा, मड़िहान से अरविंद पटेल, धोरवाल से अनीता कौल, बागरमऊ से राबिया बेगम और प्रतापपुर से नीरज सिंह पटेल उम्मीदवार बनाए गए हैं।
इसी तरह करछना से अजीत प्रताप सिंह, बलिया से रामेश चंद्र उपाध्याय, भिंगा से राजेश कुमार शुक्ला, राबर्ट्सगंज से अतुल प्रताप पटेल, सोहरतगढ़ से ओमप्रकाश गुप्ता, मड़ियाहू से सुशील कुमार पटेल, चुनार से संजय सिंह पटेल, महरौनी से कैलाश नारायण, भाटपार रानी से राम आश्रय राजभर, भोगनीपुर से सतीश सचान, रानीगंज से संजय राज पटेल, जगदीशपुर से दिनेश कुमार, विलासपुर से जगदीश शरण पटेल और कैंट से अशीष सक्सेना शामिल हैं।
बता दें कि यूपी बीजेपी से बातचीत करने की जिम्मेदारी जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को दी गई थी। उत्तर प्रदेश में सीटों के तालमेल को लेकर भाजपा से बातचीत अंजाम तक नहीं पहुंचने पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह भी नाराज दिखे।