UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) भी सक्रिय हो गई है। बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) वोटरों को लुभाने के लिए लगातार नए दाव चल रहीं हैं। उधर, कांग्रेस (Congress) और भाजपा (BJP) महिला वोटरों को साधने के लिए अलग अभियान चला रही है। इसको लेकर मायावती (Mayawati) ने कांग्रेस और भाजपा (BJP) पर निशाना साधा है।
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) भी सक्रिय हो गई है। बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) वोटरों को लुभाने के लिए लगातार नए दाव चल रहीं हैं। उधर, कांग्रेस (Congress) और भाजपा (BJP) महिला वोटरों को साधने के लिए अलग अभियान चला रही है। इसको लेकर मायावती (Mayawati) ने कांग्रेस और भाजपा (BJP) पर निशाना साधा है।
1. देश में लगभग आधी आबादी महिलाओं की है किन्तु वे अभी भी काफी अधिकारों से वंचित हैं, जबकि उन्हें कानूनी अधिकार देकर सशक्त बनाने हेतु परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का काफी योगदान रहा है और अब बीएसपी उन्हीं के नक्शेकदम पर चलने वाली पार्टी है।
— Mayawati (@Mayawati) December 22, 2021
उन्होंने कहा कि दोनों एक ही जैसी पार्टी हैं और उनकी धाराणा भी एक है। मायावती (Mayawati) ने ट्वीट कर कहा है कि, ‘देश में लगभग आधी आबादी महिलाओं की है किन्तु वे अभी भी काफी अधिकारों से वंचित हैं, जबकि उन्हें कानूनी अधिकार देकर सशक्त बनाने हेतु परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का काफी योगदान रहा है और अब बीएसपी उन्हीं के नक्शेकदम पर चलने वाली पार्टी है’।
इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि, हांलाकि कांग्रेस व भाजपा आदि की महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति लगभग एक जैसी ही धारणा है व इनका रवैया ज्यादातर दिखावटी ही होता है जबकि बीएसपी सरकार में महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक आत्मनिर्भरता हेतु काफी प्रयास किए, जिन्हीं को अब विरोधी पार्टियाँ भुना रहीं हैं।
3. साथ ही, महिलाओं को सशक्त व आत्मनिर्भर बनाने में कांग्रेस की तरह भाजपा भी गंभीर नहीं है। लोकसभा व विधानसभाओं में उनके लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का मामला वर्षों से लम्बित पड़ा होना इसका जीता-जागता प्रमाण है तथा इनका यह आरक्षण जरूर लागू होना चाहिए, बीएसपी की यह माँग है।
— Mayawati (@Mayawati) December 22, 2021
साथ ही, महिलाओं को सशक्त व आत्मनिर्भर बनाने में कांग्रेस की तरह भाजपा भी गंभीर नहीं है। लोकसभा व विधानसभाओं में उनके लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का मामला वर्षों से लम्बित पड़ा होना इसका जीता-जागता प्रमाण है तथा इनका यह आरक्षण जरूर लागू होना चाहिए, बीएसपी की यह मांग है।